मुजफ्फरपुर में भत्ता बढाने की मांग को लेकर SKMCH के प्रशिक्षु डॉक्टरों ने मंगलवार को धरना प्रदर्शन करने लगे है। या दौरान उन्होंने ओपीडी सेवा पूरी तरह ठप कर दिया है। वही, इमरजेंसी के बाहर धरना पर बैठ गए। वर्ष 2017 बैच डॉक्टरों का कहना है कि बिहार के बाहर दूसरे राज्यों में जूनियर्स डॉक्टरों को अधिक स्टाइपेंड दिया जाता है।
मामले में प्रशिक्षु डॉक्टर रितिका राज ने कहा कि ओपीडी सर्विस बंद की गई है। उन्होंने कहा कि उनलोगों को 490 रुपये प्रतिदिन करीब 14 हजार 700 रुपये स्टाइपेंड दिया जाता है। जबकि, ओड़िसा, झारखण्ड समेत अन्य राज्यो में 35 हजार तक दिया जाता है। जब काम एक जैसा तो उनके साथ यह दुर्व्यवहार क्यो हो रहा है।
उन्होंने कहा कि सरकार अगर मांग नही मानती है तो हड़ताल जारी रहेगा। इधर, SKMCH के सुपरिटेंडेंट डॉ. बीएस झा ने कहा कि हड़ताल से दो घंटे पहले SKMCH में शुरू का काम हुआ है। पुर्जे भी कटे है। मरीजों को भी देखा गया है। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षु डॉक्टर हड़ताल पर है। शांतिपूर्ण हड़ताल कर रहे है। अगर किसी मे बाधा उतपन्न किया या किसी को जबरन कार्य नही करने देंगे तो उनपर कार्रवाई की जाएगी। शांतिपूर्ण हड़ताल करना अधिकार है। लेकिन, जबरन काम बंद कराएंगे तो कार्रवाई होगी। इधर, हड़ताल होने की वजह से मरीजो को थोड़ी परेशान हुए।
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