मुजफ्फरपुर में बुधवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार व बिहार सरकार के सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री मो इसराइल मंसूरी के खिलाफ परिवाद दायर किया गया। दरअसल, गया के विष्णु पद मंदिर में पूजा करने के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने साथ बिहार सरकार के सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री मो इसराइल मंसूरी को भी अपने साथ ले गए थे। जबकि गया के विश्व प्रसिद्ध विष्णुपद मंदिर के मुख्य द्वार पर अहिंदू प्रवेश वर्जित लिखा हुआ है। लेकिन नीतीश कुमार अपने साथ मुस्लिम नेता को साथ लेकर चले गए।
अब इसे लेकर बुधवार को मुजफ्फरपुर के सीजीएम कोर्ट में एक परिवाद दायर किया गया। बिहार सिविल सोसाइटी के अध्यक्ष आचार्य चंद्र किशोर पाराशर के द्वारा दायर इस परिवाद में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ,सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री मोहम्मद इसराइल मंसूरी, विष्णुपद मंदिर प्रबंधकारिणी समिति के कार्यकारी अध्यक्ष शंभू लाल विट्ठल,मंदिर प्रबंधकारिणी समिति के सचिव गजाधर पाठक, गया के एसपी, एसडीओ और विष्णुपद मंदिर पुलिस चौकी के प्रभारी को आरोपित किया गया है।
चंद्र किशोर पाराशर ने बताया कि हिंदू समाज के मान्यताओं एवं मंदिर प्रबंधन समिति के नियमों का उल्लंघन करते हुए मुख्यमंत्री एवं मंत्री के इस धर्म विरोधी हरकत से उनकी धार्मिक भावना आहत हुई है जिसे लेकर उन्होंने यह परिवाद दायर किया है वहीं उनके अधिवक्ता का कहना है कि न्यायालय ने स्वीकार करते हुए सुनवाई की अगली तिथि 2 सितंबर को दी है।
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