शहर को प्रदूषणमुक्त बनाने में धनबाद का आईएसएम (इंडियन स्कूल ऑफ माइंस) मदद करेगा। इस संबंध में मुजफ्फरपुर नगर निगम और आईएसएम के बीच एमओयू पर हस्ताक्षर हुआ है।
इसमें टेक्निकल पार्टनर की भूमिका आईएसएम निभाएगा। निगम और आईएसएम मिलकर प्रदूषण नियंत्रण को लेकर योजना बनाएंगे। फिर उस पर अमल करते हुए प्रदूषण की समस्या से निपटा जाएगा।
इससे पहले आईआईटी पटना टेक्निकल पार्टनर था। हालांकि केंद्रीय स्तर पर आईआईटी के साथ तकनीकी सहयोग होने के कारण नियमों के तहत वह मुजफ्फरपुर नगर निगम की मदद नहीं कर सकता है। इसे देखते हुए नए सिरे से आईएसएम के साथ समझौता किया गया है।
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