मुजफ्फरपुर . एक महीने तक शहर की हवा अच्छी थी.
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण पर्षद की रिपोर्ट के अनुसार पिछले महीने की शुरुआत में शहर का एयर क्वालिटी इंडेक्स 50 था, जिसे वायु प्रदूषण के लिहाज से आइडियल स्थिति माना गया है. लेकिन, तिथियों के साथ हवा में जहरीले गैस और धूलकण की मात्रा बढ़ती गयी. तीन व चार सितंबर को बारिश होने के बाद हवा की स्थिति में सुधार हुआ, लेकिन फिर हवा खराब होने लगी. गुरुवार की रात आठ बजे तक शहर का एयर क्वालिटी इंडेक्स बढ़ कर 104 तक पहुंच गया.
सांस संबंधी परेशानी होने लगी
हवा खराब होने के साथ ही लोगों को फिर सांस संबंधी परेशानी होने लगी. खासकर जो लोग पहले से ही एलर्जी और दमा से पीड़ित हैं, उनकी परेशानी बढ़ गयी. जानकारों की मानें, तो बारिश के बाद हवा की स्थिति एक दिन तक ठीक रहती है, लेकिन उसके बाद हवा खराब होने लगती है. प्रदूषण बोर्ड के आंकड़े बताते हैं कि अगस्त से अब तक हवा में धूलकण और कार्बन की मात्रा लगातार बढ़ते गए. 7 सितंबर को यहां का एक्यूआइ 87 था, जो एक दिन में सात अंकों तक बढ़ा. इसी तरह हवा खराब होती रही तो आने वाले 10-15 दिनों में एक्यूआइ 200 तक पहुंच जायेगा.
नियंत्रण नहीं होने से खराब हो रही हवा
शहर में प्रदूषण पर नियंत्रण नहीं होने से हवा खराब हो रही है. एक साल पहले बोर्ड ने शहर में सुबह पानी का छिड़काव, गाड़ियों की जांच और निर्माण कार्य ढंक कर करने का निर्देश दिया था, लेकिन इस पर अमल नहीं हुआ. बारिश के समय तो शहर की हवा ठीक थी, लेकिन अब हवा में धूलकण, कार्बन, कार्बन मोनोऑक्साइड जैसे गैसों का मिश्रण अप्रैल-मई की तरह होने लगा है.
तिथि – एक्यूआइ
02 अगस्त – 45
05 अगस्त – 40
10 अगस्त – 56
15 अगस्त – 60
20 अगस्त – 70
25 अगस्त – 72
30 अगस्त – 97
04 सितंबर – 75
08 सितंबर – 104
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