बिहार उपचुनाव में NDA का दोनों सीटों पर कब्जा, Lalu Yadav भी नहीं कर पाए करिश्मा

विधानसभा की दो सीटों पर हुए उपचुनाव में जदयू ने सीधी टक्कर में राजद को हरा दिया। लालू यादव का प्रचार भी आरजेडी को सफलता नहीं दिला सका। दोनों सीटों पर जदयू की यह लगातार चौथी बार जीत है। कुशेश्वरस्थान में जदयू के अमन भूषण हजारी ने 12695 मतों से राजद प्रत्याशी गणेश भारती को पराजित किया, जबकि तारापुर में जदयू के राजीव कुमार सिंह ने 3819 मतों से राजद के अरुण कुमार साह को हराया। 




राजद ने शुरुआती मतगणना में बढ़त बनाकर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के दिग्गजों की बेचैनी बढ़ा दी थी। हालांकि, तारापुर में मतगणना के पहले से 20वें राउंड तक राजद का पलड़ा भारी रहा। एक समय राजद ने 3865 वोटों की बढ़त बना ली थी, लेकिन 21वें राउंड से हालात पलटने लगे। जदयू का वोट प्रतिशत बढऩे लगा। हर राउंड में काफी उतार-चढ़ाव दिखा और आखिरकार यह सीट जदयू के खाते में गई। शुरुआत में डाक मतपत्रों की गिनती हुई।


कुशेश्वरस्थान में जदयू की शुरू से ही बढ़त रही। जदयू के अमन भूषण हजारी को 59 हजार 882 मत मिले, जबकि दूसरे स्थान पर रहे राजद के गणेश भारती को 47 हजार 184 मतों से ही संतोष करना पड़ा। तारापुर में जदयू प्रत्याशी को कुल 78966 वोट आए, जबकि राजद को 75145 मत मिले। जदयू के उम्मीदवार राजीव कुमार सिंह ने राजद के उम्मीदवार अरुण कुमार साह को 3819 वोट से हराया।


अभेद्य रहा राजग का दुर्ग
दोनों सीटों के नतीजे की प्रतीक्षा सबको थी। 2010 से ही दोनों सीटें जदयू के पास हैैं। इस बार तारापुर में जदयू ने चेहरा भी बदला। फिर भी मतदाताओं का राजग पर भरोसा कायम रहा। कुशेश्वरस्थान में शशि भूषण हजारी के निधन पर उनके पुत्र को प्रत्याशी बनाया गया था।


दिग्गजों की फंसी थी प्रतिष्ठा
राजग उम्मीदवारों के लिए स्वयं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने तीन सभाएं की थीं। पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी का रोड-शो भी हुआ था। जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह, केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस, राज्य सरकार के मंत्री संजय झा, सम्राट चौधरी, अशोक चौधरी, मुकेश सहनी और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने मतदाताओं को समझाने-मनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने सभी क्षेत्रों में भ्रमण किया।


तबीयत खराब होने के बाद भी राजद प्रमुख लालू प्रसाद भी तारापुर में बड़ी सभा कर राजद के लिए वोट मांगे। चिराग पासवान ने भी अपने प्रत्याशी के लिए काफी परिश्रम किया। कांग्रेस के स्टार प्रचारक कन्हैया कुमार, इमरान प्रतापगढ़ी, राज्यसभा सदस्य डा. अखिलेश प्रसाद सिंह सहित कई दिग्गज हाथ की मजबूती के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगाया, लेकिन परिणाम ने उन्हें निराश ही किया।

INPUT: JNN

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