मुजफ्फरपुर। शहर को जाम से निजात दिलाने के लिए शुक्रवार को प्रशासनिक महकमा मंथन करेगा। डीएम प्रणव कुमार की अध्यक्षता में प्रशासनिक एवं पुलिस पदाधिकारियों की बैठक होगी। त्योहार में जाम से जूझते रहे शहरवासियों को इस बैठक से भले उम्मीद है, लेकिन अब तक हुए निर्णयों पर अमल नहीं होने से निराशा भी है। शहर की ट्रैफिक व्यवस्था को लेकर करीब 10 साल पहले वन-वे सिस्टम लागू किया गया था। यह निर्णय अब तक कागज पर ही है।
डीएम कार्यालय से जारी आदेश के अनुसार बैठक में नगर आयुक्त, अपर समाहर्ता, डीटीओ, दोनों एसडीओ, सभी डीएसपी, शहरी क्षेत्र के थानाध्यक्षों, पथ निर्माण प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता व मुशहरी सीओ को प्रस्ताव और सुझाव के साथ शामिल होने को कहा गया है।
जाम के ये हैं महत्वपूर्ण कारण
– शहरी क्षेत्र की अधिकतर सड़कें अतिक्रमित हैं। इससे इनकी चौड़ाई घटकर आधी हो जाती है। इसके अलावा प्रमुख चौराहों पर भी अतिक्रमण है। प्रशासन को इस ङ्क्षबदु पर काम करना होगा।
– शहर में पार्किंग नहीं होने से लोगों को जहां-तहां वाहन लगाना पड़ता है। मोतीझील ओवरब्रिज का लाभ शहरवासियों को नहीं मिल सका। अधिकतर वाहन ओवरब्रिज पर ही लगाए जाते हैं।
– चौराहों पर जवानों की नियमित तैनाती नहीं रहती। वहीं इन जवानों के प्रशिक्षित नहीं होने से जाम पर नियंत्रण नहीं हो पाता।
– वन-वे सिस्टम का पालन नहीं होता। पूर्व में जारी आदेश कागज में ही सिमट कर रह गया।
– ट्रैफिक नियम तोडऩे वालों पर कार्रवाई नहीं होने से जाम की समस्या बनी रहती।
– शहर के प्रमुख चौराहों पर ई-रिक्शा और आटो बेतरतीब तरीके से खड़े रहते हैैं। इसपर कई बार निर्णय लिए जाने के बाद भी अमल नहीं हो सका।
INPUT: JNN
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