अब थाने भी अपने स्तर से साइबर अपराध में इस्तेमाल सिम को ब्लॉक करवा सकेंगे। इसके लिए संचार साथी नामक पोर्टल पर ब्लॉक किए जाने वाले सिम का नंबर अपलोड करना होगा। इससे साइबर ठगी में इस्तेमाल हो रहे मोबाइल नंबरों को तुरंत ब्लॉक कराने में सहायता मिलेगी। राज्य के 1100 सामान्य थानों और 44 साइबर थानों को जल्द ही यह अधिकार मिलेगा। इसके बाद कोई भी थाना केंद्रीय दूरसंचार मंत्रालय की अधिकृत वेबसाइट ‘संचार साथी’ के पोर्टल पर लॉग इन करके संदिग्ध मोबाइल नंबर की पूरी जानकारी अपलोड करेंगे।
सिम ब्लॉक कराने की प्रक्रिया अभी जटिल
थानों को अधिकार मिलने से ठगी में उपयोग होने वाले
मोबाइल नंबरों को तुरंत ब्लॉक कराने में सहायता
मिलेगी। ठगी के नेटवर्क पर नकेल कसने में तेजी
आएगी। अभी ऐसे नंबरों को ब्लॉक करने के लिए ईओयू
के माध्यम से पहले केंद्रीय दूरसंचार मंत्रालय से भेजा
जाता था। जिसस अधिक समय लगता है।
input-dbhaskar
बिहार के सासाराम में जन्मे आकाशदीप ने शुक्रवार 23 फरवरी को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू…
संघ लोकसेवा आयोग की परीक्षा (UPSC Exam) की तैयारी करने वाले के बीच एक नाम…
लखनऊ के अलीगंज में रहने वाली सल्तनत परवीन ने UPPCS 2022 की परीक्षा में छठी…
संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) देश में सबसे कठिन परीक्षा है। इस परीक्षा में देश…
हम आज मेघा अरोड़ा की कहानी सुनेंगे। मेघा कहती है कि उनके माता पिता बहुत…
2018 की यूपीएससी परीक्षा में सृष्टि जयंत देशमुख ने पहली बार में ही 5वीं रैंक…