झारखंड का आतंकवाद निरोधक दस्ता (Anti Terrorism Squad – ATS) ने नक्सलियों और राज्य के अन्य आपराधिक गिरोहों को हथियार सप्लाई करने के मामले में पुलवामा में पदस्थापित CRPF जवान सहित 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार CRPF जवान अविनाश कुमार उर्फ चुन्नू शर्मा बिहार के गया का रहने वाला है और पिछले 4 महीने से ड्यूटी ज्वाइन नहीं किया है.
झारखंड ATS के अधिकारियों ने बताया कि बिहार ATF की सहायता से तीन आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता मिली है. इसमें जहां बिहार के गया जिला निवासी CRPF जवान अविनाश कुमार उर्फ चुन्नू शर्मा की गिरफ्तारी हुई है, वहीं पटना जिला निवासी ऋषि कुमार और मुजफ्फरपुर निवासी पंकज कुमार सिंह को गिरफ्तार किया गया है.
अधिकारियों के मुताबिक, गिरफ्तार आरोपी नक्सलियों के अलावा अमन साहू गिरोह व अन्य आपराधिक गिरोहों का आर्म्स सप्लायर करता था. पूछताछ में पुलिस को बताया कि नक्सलियों समेत अन्य आपराधिक गिरोह को अभी तक काफी संख्या में AK-47 व इंसास राइफल का कारतूस उपलब्ध कराया गया है. पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियों की निशानदेही पर इंसास राइफल में प्रयोग में आने वाला 5.56 एमएम 450 कारतूस बरामद किया है.
4 महीने से ड्यूटी से गायब है CRPF जवान
गिरफ्तार अविनाश कुमार उर्फ चुन्नू शर्मा CRPF 182 BN में आरक्षी के रूप में पुलवामा में पदस्थापित था. अविनाश 24 अगस्त, 2011 को मोकामा ग्रुप सेंटर से CRPF में बहाल हुआ था. पूर्व में CRPF 112 BN और 204 BN COBRA जगदलपुर में पदस्थापित रहा है. वर्ष 2017 में 182 BN पुलवामा में पदस्थापित है. ATS अधिकारियों के मुताबिक, गिरफ्तार अविनाश अमन साव गिरोह के अलावा चतरा के लल्लू खान और बिहार के गया के हरेंद्र यादव गिरोह के संपर्क में था. वर्तमान में हरेंद्र यादव शेरघाटी जेल और लल्लू खान गया जेल में बंद है.
ऋषि ने नक्सलियों को गोली कराया उपलब्ध
वहीं, दूसरा गिरफ्तार आरोपी ऋषि कुमार रांची के हटिया में ट्रांसपोर्टेशन का कार्य तथा एयरपोर्ट रोड, रांची में भवन निर्माण का काम करता था. इसी दौरान वो ठेकेदार संजय सिंह और मुहाहिर के संपर्क में आया जो चाईबासा-सरायकेला क्षेत्र में सड़क निर्माण का कार्य कर रहा था. इस बीच ऋषि को नक्सलियों को गोली उपलब्ध कराने की जिम्मेवारी दी गयी.
धनबाद के भूली क्षेत्र में कोयला व जमीन कारोबार से जुड़ा था पंकज
इसके अलावा तीसरा गिरफ्तार आरोपी पंकज कुमार सिंह धनबाद के भूली क्षेत्र में कोयला व जमीन कारोबार से जुड़ा था. ठेकेदार संजय सिंह झारखंड एवं बिहार के अलावा असम और नागालैंड के हथियार एवं कारतूस के कारोबारियों के संपर्क में था. इसके माध्यम से ही ऋषि समेत अन्य लोगों को भी हथियार एवं कारतूस उपलब्ध कराता था. इधर, इस छापेमारी दल में झारखंड ATS के पुअनि विशाल पांडेय, पुअनि विश्वजीत कुमार समेत सशस्त्र बल के जवान मौजूद थे.
INPUT: Prabhat Khabar
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