बिहार के अधिकारी कैसा कारनामा कर सकते हैं इसकी झलक सूबे में चल रहे पंचायत चुनाव में देखने को मिल रहा है। पंचायत चुनाव में महिलाओं के लिए आरक्षित सीटों पर पुरूषों ने पर्चा भर दिया। पहले उनका नामांकन स्वीकार किया गया औऱ फिर उन्हें निर्विरोध निर्वाचित होने का सर्टिफिकेट भी दे दिया गया। मामला सामने आया तो निर्वाचन आयोग से लेकर आलाधिकारी सकते में हैं।
बड़हिया में सामने आयी कारगुजारी
अधिकारियों के ये कारगुजारी लखीसराय जिले के बड़हिया प्रखंड में सामने आयी है। बड़हिया के बीडीओ सह पंचायत चुनाव के निर्वाची पदाधिकारी विनय कुमार सिंह ने राज्य निर्वाचन आयोग के आरक्षण रोस्टर की धज्जियां उड़ा दी। आयोग ने जिन सीटों को महिलाओं के लिए आरक्षित घोषित किया था वहां से पुरूषों को निर्विरोध निर्वाचित होने का एलान कर दिया।
प्रशासनिक सूत्रों के मुताबिक बड़हिया प्रखंड में डुमरी और एजनीघाट ग्राम कहचरी पंच के दो महिला सीट पर पुरूष उम्मीदवारों को नामांकन करा दिया गया। नामांकन की तिथि समाप्त होने तक दूसरा कोई उम्मीदवार नहीं आया। इसके बाद बीडीओ ने दोनों पदों पुरूष उम्मीदवारों को निर्विरोध निर्वाचित घोषित करने के लिए प्रपत्र 13 भर कर जिलाधिकारी के जरिये राज्य निर्वाचन आयोग को रिपोर्ट भेज दिया।
हालांकि ये गड़बड़ी जिलाधिकारी के कार्यालय में ही पकड़ में आ गयी। उसके बाद अधिकारी सकते में आ गये। जिलाधिकारी संजय कुमार सिंह ने आनन-फानन में राज्य निर्वाचन आयोग को पत्र भेजा है। डीएम के पत्र में दोनों पंच के निर्विरोध निर्वाचन को निरस्त करने की अनुशंसा की गयी है। इसके साथ ही लखीसराय के डीएम ने बड़हिया के बीडीओ को शो कॉज नोटिस भी जारी किया है। बीडीओ से पूछा गया है कि इस गंभीर लापरवाही के लिए उनके खिलाफ क्यों नहीं कार्रवाई की जाये।
INPUT: FirstBihar
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