मुजफ्फरपुर: मुजफ्फरपुर आई हॉस्पिटल की ओटी में संक्रमण पाये जाने के बाद उत्तर बिहार के सभी सरकारी और निजी अस्पतालों की ओटी की जांच की जायेगी। आई हॉस्पिटल की ओटी में संक्रमण पाये जाने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने इस ओर कड़ा रुख अख्तियार किया है।
क्षेत्रीय उप निदेशक (स्वास्थ्य) ने उत्तर बिहार के मुजफ्फरपुर, मोतिहार, बेतिया, सीतामढ़ी और शिवहर जिलों के सिविल सर्जन को यह निर्देश दिया है। सभी ओटी की जांच कर रिपोर्ट आरडीडी कार्यालय को सौंपी जानी है। यहां जांच कायाकल्प योजना के तहत की जा रही है। जांच में जिन अस्पतालों की ओटी संक्रमित मिलेगी, उन पर सख्त कार्रवाई की जायेगी और सरकार को भी इस बारे में लिखा जायेगा।
क्या है कायाकल्प योजना :
कायाकल्प योजना केंद्रीय स्वास्थ्य व परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से पूरे देश में चलती है। इसमें सरकारी और निजी अस्पतालों में सफाई की जांच की जाती है। जांच में ओटी के सभी उपकरण और वहां इस्तेमाल होने वाली मशीनों व दवाओं की कल्चर जांच की जाती है। इसके अलावा ओपीडी में भी जाकर जांच की जाती है।
देखा जाता है कि जहां मरीजों का इलाज हो रहा है, वह जगह कितना संक्रमणमुक्त है। इसके अलावा मरीजों के इलाज में कोई लापरवाही तो नहीं बरती जा रही, इसकी भी जांच की जाती है। यह भी देखा जाता है कि अस्पताल में किसी मरीज को सांस का संक्रमण होने का खतरा तो नहीं है।
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