सफलता साधनों की मोहताज नहीं होती। इसे सच साबित कर दिखाया है एक मजदूर के बेटे विवेक कुमार ठाकुर ने। दिल्ली में मजदूरी करने वाले लदनियां प्रखंड के गोनटोल निवासी श्याम सुंदर ठाकुर व गृहिणी छोटी देवी के दूसरे बेटे विवेक ने अपनी सफलता से सबको हैरान कर दिया ।
मैट्रिक की परीक्षा में 486 अंक लाकर विवेक ने पूरे राज्य में दूसरा स्थान लाया है । बेहद कमजोर आर्थिक पृष्ठभूमि वाले इस छात्र ने अपनी कड़ी मेहनत से यह मुकाम हासिल किया। विवेक ने बताया कि उसके पिता दिल्ली में बोरा ढ़ोकर परिवार की गाड़ी खींच रहे हैं। घर चलाने में पिता की मदद के लिए बड़ा भाई भी काम करने दिल्ली चले गए।
एक बहन की शादी हो चुकी है, जबकि दूसरी बहन ने इस साल इंटर की परीक्षा पास की है। घर पर दादी, मां व बहन के साथ रहते हुए विवेक ने प्रतिदिन 12 घंटे पढ़ाई कर सफलता के झंडे गाड़ दिए । न्यू अपग्रेड हाइस्कूल, सिधप परसाही के छात्र विवेक ने बताया कि शिक्षकों की कमी के कारण स्कूल में बेहतर पढ़ाई नहीं हो सकी। ऐसे में कोचिंग का सहारा लेना पड़ा । शिक्षक प्रमोद कुमार सिंह, ब्रह्मदेव कुमार सिंह व अशोक कुमार पूर्वे ने काफी मोटिवेट किया। गांव में इससे पहले भी मैट्रिक टॉपर हुए हैं।
2019 में इसी गांव के रामकुमार ने राज्य में नौवां स्थान लाया था। वहीं, 2021 में निरंजन कुमार ने राज्य में पांचवां स्थान लाया था । उनकी सफलता देख विवेक ने भी लगन के साथ मेहनत की और सबको पीछे छोड़ते हुए राज्य में दूसरा स्थान हासिल किया । रिजल्ट की घोषणा होते ही विवेक के परिवार में लोग खुशी से झूम उठे । दादी व मां के आंखों से आंसू निकलने लगे । उसके घर ग्रामीणों की भीड़ उसे बधाई व शुभकामनाएं देने के लिए जुटी हुई है।
INPUT: JNN
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