बिहार के मुजफ्फपुर में एक निजी अस्पताल में बीते 22 नवंबर को आयोजित मोतियाबिंद आपरेशन शिविर आपरेशन के दौरान लापरवाही के कारण 65 मरीजों की हालत बिगड़ गई. जिसको लेकर आज बिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र का चौथे दिन सदन के बाहर पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने सरकार से मांग करते हुए पीड़ितो के लिए आवाज उठाई.
राबड़ी देवी ने मीडिया से बात करते हुए मुजफ्फरपुर मामले पर बोलीं कि पीड़ितो के लिए 25 लाख मुआवजा और साथ ही स्वास्थ्य मंत्री इस्तीफा दें.
और पीड़ित परिवार को सरकारी नौकरी दें. साथ ही मंत्री जीवेश मिश्रा की गाड़ी रोकने को लेकर राबड़ी ने कहा जन प्रतिनिधि की कोई इज्जत नहीं. सरकार के अधिकारी विधायक और मंत्री को वैल्यू नही देते. जान बूझकर सरकार बेइज्जती कराती है. अधिकरियों को खुला छूट दे रखा है.
बता दें मुजफ्फपुर में एक निजी अस्पताल में 65 लोगों का आपरेशन किया गया था. जहां अब तक उनमें संक्रमण के कारण 15 लोगों की आंखें निकालनी पड़ी हैं. जबकि, तीन अन्य मरीजों की आंखें आज निकाली जाएगी. कई अन्य की हालत भी गंभीर बनी हुई है. इस मामले से बिहार के स्वास्थ्य विभाग में हड़कम्प मच गया है. स्वास्थ्य विभाग की हाई लेवल जांच के बीच अब राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने भी दखल दी है. आयोग ने नोटिस जारी कर मुख्य सचिव से घटना की पूरी जानकारी तलब किया है. घटना की जांच के लिए पटना से स्वास्थ्य विभाग की एक हाई लेवल टीम भी आज मुजफ्फरपुर पहुंचेगी. देखने वाली बात होगी की क्या सरकार इन मांगों को लेकर क्या करती है.
INPUT: FirstBihar
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