मुजफ्फरपुर के मोतियाबिंद के ऑपरेशन के बाद आंख पीड़ित मरीजों का इलाज पटना स्थित इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (आइजीआइएमएस) में सरकारी खर्च पर कराया जाएगा।
इसके लिए मुजफ्फरपुर के श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज अस्पताल (एसकेएमसीएच) में भर्ती मरीजों और इसके अतिरिक्त अन्य आंख के पीड़ितों को सरकारी परिवहन सुविधा के माध्यम से आइजीआइएमएस लाया जाएगा। स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय के निर्देश पर अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने इस संबंध में मुजफ्फरपुर के जिला पदाधिकारी व जिला सिविल सर्जन को निर्देश दिया।
गुरुवार को स्वास्थ्य विभाग के आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि आइजीआइएमएस के नेत्र रोग विशेषज्ञ मरीजों के रोगों की पहचान व जांच नि:शुल्क करेंगे और इसके साथ ही उनका इलाज करेंगे।
मोतियाबिंद का ऑपरेशन कराने वाले सभी पीड़ितों की पहचान होगी
सूत्रों ने बताया कि मुजफ्फरपुर के आई अस्पताल में मोतियाबिंद का ऑपरेशन कराने वाले सभी पीड़ितों की सूची प्राप्त हो गयी है और इसके आधार पर पीड़ितों की पहचान की जाएगी। जानकारी के अनुसार ऑपरेशन कराने वाले सभी मरीज विभिन्न जिलों के निवासी है। इन मरीजों की पहचान कर उन्हें भी आवश्यक इलाज को लेकर पटना लाने का निर्देश दिया गया है। सूत्रों ने बताया कि नेत्र रोग के नोडल पदाधिकारी डॉ. हरिश्चंद्र ओझा के नेतृत्व में एक विभागीय टीम मुजफ्फरपुर भेजी गयी है।
INPUT: Hindustan
बिहार के सासाराम में जन्मे आकाशदीप ने शुक्रवार 23 फरवरी को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू…
संघ लोकसेवा आयोग की परीक्षा (UPSC Exam) की तैयारी करने वाले के बीच एक नाम…
लखनऊ के अलीगंज में रहने वाली सल्तनत परवीन ने UPPCS 2022 की परीक्षा में छठी…
संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) देश में सबसे कठिन परीक्षा है। इस परीक्षा में देश…
हम आज मेघा अरोड़ा की कहानी सुनेंगे। मेघा कहती है कि उनके माता पिता बहुत…
2018 की यूपीएससी परीक्षा में सृष्टि जयंत देशमुख ने पहली बार में ही 5वीं रैंक…