कैंसर के मरीजों के लिए अच्छी खबर है। मुजफ्फरपुर सदर अस्पताल में अब कैंसर मरीजों को जांच के साथ बायोप्सी की सुविधा भी मिलेगी। इसके लिए उन्हें अब भटकना नहीं पड़ेगा। होमी जहांगीर भाभा कैंसर रिसर्च इंस्टीट्यूट की ओर से सदर अस्पताल में यह सुविधा बहाल की जाएगी। सप्ताह में 1दिन मरीजों को बायोप्सी के लिए सदर अस्पताल में मौका मिलेगा। कैंसर की पुष्टि होने पर उन्हें एसकेएमसीएच स्थित कैंसर वार्ड में भर्ती कर इलाज किया जाएगा। कैंसर इंस्टीट्यूट की ओर से प्रतिनियुक्त दो डॉक्टरों ने सिविल सर्जन से ऑपरेशन थिएटर देने की भी मांग की है।
खैनी और गुटखा कैंसर का बड़ा कारण
कैंसर संस्थान के नोडल अधिकारी रवि कांत ने बताया कि खैनी गुटखा खाने वालों में अधिक कैंसर मिल रहा है। सही जानकारी और इलाज के अभाव में मरीजों की मौत हो जाती है। मुजफ्फरपुर समेत उत्तर बिहार में ऐसे मरीजों की संख्या ज्यादा है। संदेह होने पर उन्हें तुरंत जांच करानी चाहिए। जांच के साथ बायोप्सी की सुविधा बहाल करने की तैयारी की जा रही है।
शनिवार को बायोप्सी जांच
सदर अस्पताल में पिछले माह में 11 कैंसर के मरीज मिले थे। यहां केवल कैंसर के संदिग्ध मरीजों की जांच होती है। जांच के लिए डॉक्टर दिव्या डॉक्टर सरिता की प्रतिनियुक्ति की गई है। बायोप्सी से ही कैंसर का पूरा पता चलता है। ऐसे में यहां सप्ताह में शनिवार को बायोप्सी की जाएगी। कैंसर के संदिग्ध मरीजों को 1 दिन बुलाया जाएगा। नोडल ऑफिसर रविकांत ने कहा है कि सिविल सर्जन से बात कर जल्द ही इसकी शुरुआत की जाएगी।
INPUT: Hindustan
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