मुजफ्फरपुर, वरीय संवाददाता।
आरोपितों की गिरफ्तारी में सुस्ती पर डीजीपी ने सख्ती बरती तो मुजफ्फरपुर में पुलिस ने ताबड़तोड़ छापेमारी शुरू कर दी। बीते चार दिनों के अंदर जिले में 289 फरार आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है।
आंकड़े के अनुसार, सामान्य दिनों में आम तौर पर पुराने कांडों के चार आरोपितों को भी पुलिस नहीं पकड़ पा रही थी।
जिले के थानों में तीन हजार से अधिक पुराने वारंट लंबित चल रहे थे। मुख्यालय सख्त हुआ है तो 11 साल से फरार आरोपितों को भी पुलिस खोज कर निकाल ला रही है। डीजीपी ने बीते 22 मई को आदेश जारी किया था। इसमें कहा गया है कि लगातार दो दिनों के अंदर कोई गिरफ्तारी नहीं होने पर थानेदार को जवाब देना होगा। पुलिस रिपोर्ट के अनुसार, जिला पुलिस ने 22 मई को 63, 23 मई को 41, 24 मई को 60, 25 मई को 65 और 26 मई को 60 आरोपितों को गिरफ्तार किया। इनमें मोतिहारी से 11 साल पुराने हत्याकांड के फरार आरोपित को पकड़ा गया। पत्नी को जिंदा जलाने के मामले में दो साल से फरार चल रहे आरोपित मुस्तफापुर निवासी टुनटुन कुमार को अहियापुर पुलिस ने गिरफ्तार किया है। तीन साल से शराब तस्करी में फरार सीतामढ़ी से अमरजीत चौधरी को गिरफ्तार किया गया।
शराबियों को भी पकड़ने की होड़
डीजीपी की सख्ती के बाद शराबियों की भी गिरफ्तारी में तेजी आ गई है। जिस थाने में दो दिन में कोई गिरफ्तारी नहीं हो पा रही है, वहां अगले दिन किसी शराबी को ही पकड़कर जेल भेज दिया जा रहा है।
चरस-स्मैक के बड़े धंधेबाजों पर कसेगा शिकंजा
हाल में स्मैक व चरस के बड़े धंधेबाजों को पकड़ने के लिए आईजी पंकज कुमार सिन्हा ने निर्देश जारी किया है। इसके लिए जिले में अलग-अलग 30 प्वाइंट चिह्नित किए गए हैं। जहां स्मैक-चरस बिक्री की शिकायत आम है, ऐसी जगहों से छोटे धंधेबाजों को पकड़ने के बाद उससे पूछताछ कर बड़े सप्लायर तक पहुंचने के लिए कहा गया है।