सकरा थाने के एक गांव में स्कूल की रसोईया की आठवीं कक्षा में पढ़ने वाली बेटी को उसी स्कूल के एक शिक्षक ने स्कूटी सिखाने के बहाने सुनसान जगह ले जाकर दुष्कर्म किया। ग्रामीणों के पहुंचने पर शिक्षक 13 वर्षीया छात्रा को छोड़कर फरार हो गया।
मामले को रफादफा करने के लिए गांव में कई दौर की पंचायत हुई। महज जुर्माना कर आरोपित को छोड़ने की बात परिजन नहीं माने और मामला सकरा थाना पहुंचा।
छात्रा के परिजनों ने पुलिस को बताया कि पंचायत के दबाव व लोकलाज के कारण घटना की जानकारी देने थाने नहीं आ रहे थे। पीड़िता तीन दिनों से घर से बाहर नहीं निकली है और उसे इलाज की जरूरत है। इसके बाद सकरा थाने की पुलिस ने पीड़िता को तत्काल महिला थाना ले जाने के लिए कहा। इसके बाद पीड़िता को लेकर माता-पिता महिला थाना पहुंचे।
आरोपित शिक्षक घटना के बाद से फरार है और तीन दिनों से स्कूल भी नहीं जा रहा है। पीड़िता की मां ने पुलिस को बताया कि शिक्षक संजीव रौशन उर्फ सन्नी गांव के ही स्कूल में अनुकंपा पर बहाल हैं। शिक्षक को एक पुत्री भी है। उसी स्कूल में वह रसोईया का काम करती है। छात्रा भी उसी स्कूल में पढ़ती है। 13 जून की रात करीब साढ़े आठ बजे शिक्षक स्कूटी सिखाने के लिए बहला फुसला कर छात्रा को घर से ले गया। गांव से दस किलोमीटर दूर मीरापुर देदौल गांव में सुनसान जगह पर ले जाकर दुष्कर्म किया। वहां जब ग्रामीणों ने घेर लिया तो शिक्षक फरार हो गया। ग्रामीणों की सूचना पर परिजन वहां पहुंचे और छात्रा को घर लाए। छात्रा ने रोते हुए घटना की जानकारी मां को दी। वह जख्मी थी। गांव वालों के बीच परिजनों ने बात रखी तो मामले में पंचायती की गई। इसमें आरोपित शिक्षक को जुर्माना लगाकर छोड़ देने का फैसला सुनाया गया। लेकिन परिजन इस पर राजी नहीं हुए। इसके बाद छात्रा के माता-पिता सकरा थाने में केस दर्ज कराने पहुंचे।
सकरा थाने पर पहुंचे मां व पिता के साथ गुरुवार को छात्रा नहीं आयी थी। इस पर थानेदार ने छात्रा को साथ में लेकर महिला थाने में बयान दर्ज कराने की सलाह परिजनों को दी। महिला थानेदार नीरू कुमारी ने बताया कि छात्रा का बयान लिया गया है। उसने दुष्कर्म की बात बताई है। उसे इलाज व मेडिकल जांच के लिए अस्पताल ले जाया गया है।
चाइल्ड लाइन के पत्र पर भी सकरा पुलिस खामोश :
चाइल्ड लाइन की ओर से बुधवार को छात्रा से दुष्कर्म की जानकारी देते हुए सकरा थाना में एक पत्र दिया गया था। इसमें पुलिस को अपने स्तर से मामले की जांच करने का आग्रह किया गया था। लेकिन सकरा पुलिस गांव पहुंचकर छात्रा से दुष्कर्म की जांच नहीं कर पायी। गुरुवार को खुद परिजन थाने पहुंचे तब मामले में कार्रवाई शुरू हुई।