मुजफ्फरपुर । नगर निगम द्वारा मानसून पूर्व ही 15 जून तक फरदो नाले की उड़ाही का काम पूरा करने का दावा किया गया था, लेकिन तय समय सीमा के एक सप्ताह बाद भी फरदो नाले की उड़ाही का कार्य पूर्ण नहीं हो पाया।निगम प्रशासन अभी भी काम पूरा होने में दो से तीन दिन और लगने की बात कह रहा है। फरदो नाला की उड़ाही के बाद मोतीझील जलजमाव से कितना मुक्त हो पाएगा यह तो आने वाला समय बताएगा फिलहाल कल्याणी चौक से धर्मशाला चौक तक सड़क पर नाले का पानी जमा होने के कारण नारकीय हाल है।
मोतीझील के साथ अयोध्या प्रसाद लेन भी गंदे पानी का तालाब बना हुआ है। समस्या का शीघ्र समाधान नहीं होने से स्थानीय दुकानदारों के साथ-साथ मुहल्लावासी भी त्राहिमाम की स्थिति में हैं। तीन माह से जलजमाव के कारण अवागमन ठप होने से मोतीझील में व्यावसायिक गतिविधियां पूरी तरह ठप हैं। इस कारण दो सौ से अधिक छोटे-बड़े दुकानदार आर्थिक मार झेल रहे है।
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मोतीझील में बनी पुलिया से नहीं हो पा रहा आवागमन :
मोतीझील में पानी निकालने के लिए पुलिया तो बना दी गई, लेकिन उसतक पहुंच पथ नहीं बनाया गया है। इसलिए पुलिया बनने के बाद भी मोतीझील से वाहनों का आवागमन पूरी तरह ठप है। काम कर रही एजेंसी भी इस समस्या की अनदेखी कर रही है।
———————— दुकानदारों व मुहल्लावासियों में बढ़ रहा आक्रोश :
नगर निगम की उदासीनता एवं स्मार्ट सिटी कंपनी की लापरवाही से नारकीय हालात एवं आर्थिक मार झेल रहे मुहल्लावासी एवं दुकानदारों में भारी आक्रोश है। स्थानीय व्यवसायी राजेंद्र चौधरी का कहना है कि निगम प्रशासन द्वारा आश्वासन दिया गया था कि मोतीझील में नाला निर्माण एवं फरदो नाला की उड़ाही के बाद जलजामाव से निदान की बात कही गई थी इसलिए व्यवसायियों ने निगम को पूरा सहयोग किया, लेकिन निगम ने तय समय में काम को नहीं पूरा किया।
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बयान : फरदो नाले की उड़ाही का काम अंतिम चरण में है। यह पूरा होते ही नाला पर बना बांध खोल दिया जाएगा। दो से तीन दिनों बाद मोतीझील की स्थिति सामान्य हो जाएगी।