ब्रह्मपुरा मंदिर के पीछे स्थित पोखर में मंगलवार शाम करीब सात बजे एक किशोर डूब गया। इससे उसकी मौत हो गयी। उसकी पहचान ब्रह्मपुरा के नुनफर मोहल्ला निवासी पेंटर संजय कुमार के पुत्र अंशु कुमार (15 वर्ष) के रूप में हुई है। ब्रह्मपुरा थाने की पुलिस और एनडीआरएफ की टीम ने हाइड्रोजन लाइट में ऑपरेशन चलाकर रात करीब आठ बजे शव को पोखर से निकाला। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। इसकी पुष्टि थानेदार अनिल कुमार गुप्ता ने की है। पूरे ऑपरेशन के दौरान वह मौके पर मौजूद थे।
स्थानीय लोगों ने बताया कि शाम करीब सात बजे कुछ बच्चे मंदिर के पीछे बैठे हुए थे। अचानक वे चिल्लाने लगे। इससे मौके पर अफरातफरी मच गयी और लोग जुट गए। लोगों को जानकारी मिली कि एक किशोर डूब गया है। इस दौरान उसके साथी मौके पर मौजूद थे। लेकिन, जैसे ही लोग की भीड़ वहां जुटी वे चुपके से फरार हो गए।
थानेदार ने बताया कि सूचना पर एनडीआरएफ की टीम रात के आठ बजे ब्रह्मपुरा पोखर पहुंची। जहां हाइड्रोजन लाइट की रौशनी में सर्च अभियान चलाया गया। पोखर में अधिक पानी नहीं होने की वजह से एनडीआरएफ की टीम ने 10 मिनट के अंदर ही शव को खोज निकाला।
इधर, शव के बाहर निकलते ही ब्रह्मपुरा पोखर पर मौजूद अंशु की मां और अन्य परिजन उससे लिपटकर चित्कार मारकर रोने लगे। किसी तरह उनलोगों को सांत्वना देकर हटाया गया। अंशु संजय के दो बेटों में बड़ा था। फिलहाल, मामले में पीड़ित पक्ष का बयान नहीं हो सका है।
INPUT: Hindustan