पारू (मुजफ्फरपुर), संवाद सहयोगी। जिला अंतर्गत देवरिया थाना क्षेत्र के एक गांव से रिश्तों को उलझाने वाली खबर आ रही है। पति की मृत्यु के बाद विधवा ने इलाके के ही एक युवक को अपना लिया।
वे दोनों कोर्ट मैरिज के बाद साथ रहना चाह रहे, लेकिन सास-ससुर को यह मंजूर नहीं था। महिला के तीन बच्चे भी हैं। वह तीनों बच्चों को भी अपने साथ ही रखना चाह रही है। इसी बात को लेकर सास-ससुर के साथ विवाद हो गया। इसके बाद यह बात घर की चारदीवारी से बाहर निकल गई। गांव के लोगों को जब इसकी जानकारी हुई तो गहमागहमी शुरू हो गई। हर आदमी इस पर अलग-अलग तरह से प्रतिक्रया देने लगा। कोई महिला के कदम को सही ठहराते हुए बच्चों को भी मां के साथ जाने देने की बात कह रहा था तो कुछ लोग इसके विपरीत सोच भी रखते थे। उनको आशंका थी कि कहीं बाद में बच्चों का शोषण न हो। उसे प्रताड़ित न किया जाए। सबसे अधिक चिंतित बच्चों के दादा-दादी हैं। उनका कहना है कि बेटे को तो खोया ही अब यदि ये बच्चे भी हमारे पास नहीं रहेंगे तो हमारा खानदान ही खत्म हो जाएगा।
- – पति की मृत्यु के बाद तीन बच्चों की मां को गांव के ही एक युवक ने अपनाया
- – पिछले साल पति की हो गई थी मृत्यु, तीन बच्चों को साथ रखना चाह रही, सास-ससुर को मंजूर नहीं
- – विवाद गहराने पर मामला पहुंचा देवरिया थाने, पूछताछ में बताया कोर्ट मैरिज कर चुके हैं दोनों
- दादा-दादी के विरोध के बाद मामला बढ़ा
स्थानीय लोगों के हस्तक्षेप के बाद यह मामला थाने पर पहुंच गया। पुलिस पूछताछ में पता चला कि पिछले साल महिला के पति की मृत्यु हो गई थी। इसके बाद महिला किसी तरह जीवनयापन कर रही थी। इसी बीच गांव के एक युवक का उसके घर आना-जाना शुरू हुआ। जब नजदीकी बढ़ी तो महिला अपनी परेशानी उससे साझा करने लगी। इसके बाद उस युवक ने महिला को शादी करने का प्रस्ताव दिया। इसमें बच्चों को भी साथ रखने का वादा था। यह सुनकर वह महिला शादी करने को तैयार हो गई। फिर दोनों ने कोर्ट मैरेज कर ली। बच्चों के दादा-दादी के विरोध के बाद मामला बढ़ा। पुलिस ने कहा कि बच्चे किसके साथ रहेंगे, इसका निर्णय अदालत से होगा। फिलहाल महिला उक्त युवक के साथ रहने को चली गई है।
अब कोर्ट से तय होगा बच्चों का भविष्य
बताया गया कि युवक के साथ शादी की बात की सास-ससुर को जब जानकारी मिली तो वे लोग उक्त युवक से दूर रहने को कहने लगे। इसको लेकर विवाद शुरू हो गया। थानाध्यक्ष उदय कुमार सिंह ने बताया कि दोनों पक्ष थाने पर पहुंचे थे। कोर्ट मैरेज का कागज दिखाया। दोनों व्यस्क हैं और साथ रहना चाह रहे हैं। लोगों द्वारा सहमति जताए जाने के बाद पुलिस द्वारा उन दोनों को साथ जाने दिया गया। महिला बच्चों को भी अपने साथ रखना चाह रही थी, लेकिन सास-ससुर उन्हें अपने पास से जाने नहीं देना चाह रहे थे। पुलिस ने कहा कि इसके निर्णय के लिए संबंधित पक्ष कोर्ट में जा सकते हैं। हालांकि थाने में इसकी लिखित शिकायत नहीं की गई है।