राजधानी पटना में रात 8 बजे के करीब झमाझम बारिश की शुरुआत हो गई है। बारिश की वजह से दिन भर की उमस भरी गर्मी और धूप से लोगों को राहत मिली है। मौसम विभाग ने पहले ही बारिश का अलर्ट किया था।
बिहार के 19 जिलों में बारिश और आकाशीय बिजली का अलर्ट है। पिछले 5 दिनों में आकाशीय बिजली से 31 लोगों की मौत हो चुकी है। कैमूर में भारी बारिश से ट्रामा सेंटर डूब गया। इमरजेंसी वार्ड में भी पानी भर गया।
अगले 48 घंटे में सीतामढ़ी, अररिया, किशनगंज, पश्चिमी चंपारण के अलावा राज्य के पश्चिमी हिस्सों में एक-दाे स्थानों पर भारी बारिश के साथ आकाशीय बिजली को लेकर यलो अलर्ट जारी किया गया है।
वहीं बक्सर, भोजपुर, रोहतास, भभुआ, औरंगाबाद, अरवल, पटना, गया, नालंदा, शेखपुरा, नवादा, बेगूसराय, लखीसराय, जहानाबाद, भागलपुर, बांका, जमुई, मुंगेर, खगड़िया बारिश की संभावना है।
मानसून ट्रफ लाइन बीकानेर, अलवर, हरदाेई, डाल्टनगंज से पूर्वी उत्तर बंगाल की खाड़ी की ओर से गुजर रही है। वहीं दूसरी तरफ एक साइक्लाेनिक सर्कुलेशन बांग्लादेश और आसपास के इलाकों में सक्रिय हाे गया है।
पटना माैसम विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक आशीष कुमार ने बताया कि 4 जुलाई तक बिहार के पश्चिमी हिस्साें में एक-दाे स्थानाें में भारी बारिश और वज्रपात काे लेकर अलर्ट जारी किया गया है।
मानसून ने पूरे बिहार काे 27 जून काे ही कवर कर लिया है। पिछले 24 घंटे में कई इलाकों में भारी बारिश हुई है। बेगूसराय के बराैनी में 93.2, माेहनिया में 86.6, सिमरी बख्तियारपुर में 68.8, घाेसी में 65.4, हरनाैत में 59.2, नवादा में 51, मुजफ्फरपुर में 50.8, पटना में एक एमएम बारिश हुई।
वज्रपात से पिछले 5 दिन में 31 मौत
मौसम विभाग ने राज्य के सभी जिलों में बारिश के साथ साथ वज्रपात की भी आशंका जताई है। मौसम विभाग ने लोगों को बिना काम घर से बाहर न जाने की अपील की है।
पिछले 5 दिन में वज्रपात से 31 लोगों की मौत हुई है। इसके बाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मृतक के परिजनों को 4 लाख रुपए मुआवजा देने की घोषणा की।
कैमूर में ट्रामा सेंटर में भरा पानी
कैमूर में मोहनिया में झमाझम बारिश से नगर में जलजमाव की स्थिति उत्पन्न हो गई। आलम यह हुआ कि कई सरकारी कार्यालयों का परिसर पानी से भर गया। सबसे बुरी स्थिति मोहनिया अनुमंडल अस्पताल की हुई जहां पूरे परिसर में बारिश के पानी से भर गया देखते ही देखते बारिश का पानी इमरजेंसी वार्ड में घुस गया।