मुजफ्फरपुर शहर के सभी प्रमुख जल निकासी मार्ग अब ‘तीसरी आंख’ यानी CCTV की निगरानी में रहेंगे। इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर में बैठकर न सिर्फ जल निकासी पर नजर रखी जाएगी बल्कि नाले के जलस्तर का भी पता चलता रहेगा। मुजफ्फरपुर में स्मार्ट सिटी मिशन के तहत छह आउटलेट के पास सोलर पावर सेंसर लगाए जा रहे हैं। इससे आउटलेट से पानी का बहाव बाधित होते ही पता चल जाएगा और निगम की टीम वहां पहुंचकर सफाई का काम करेगी।
नगर आयुक्त एवं स्मार्ट सिटी मिशन के प्रबंध निदेशक विवेक रंजन मैत्रेय ने बताया कि शहर के आधा दर्जन आउटलेटों से पानी बाहर निकलता है। आउटलेट जाम होने से शहर में जलजमाव की समस्या उत्पन्न होती है। ज्यादातर आउटलेट शहर के बाहर होने के कारण निगरानी रखने में परेशानी होती थी। जिसे लेकर यह सोलर पावर सेंसर लगाए गए हैं। इनके लगने से अब पानी के बहाव पर सतत निगरानी रखी जा सकेगी।
निगम भवन में होगा कंट्रोल रूम
स्मार्ट सिटी योजना के इंटीग्रेटेड कमांड एवं कंट्रोल सिस्टम के तहत इस कार्य को किया जा रहा है। इस सिस्टम के काम करते ही न सिर्फ जल निकासी बल्कि शहर की साफ-सफाई, यातायात और शहर में होने वाले जाम को कमांड सेंटर में बैठकर देखा जा सकेगा और वहां से आवश्यक निर्देश जारी किया जा सकेगा। इसका कमांडिंग सेंटर निगम भवन में रहेगा। नगर आयुक्त इसकी मॉनिटरिंग करेंगे। इसके अलावा भी एक कंट्रोल रूम बनाया जाएगा। वहां भी एक अधिकारी लगातार इसकी मॉनिटरिंग करते रहेंगे।
कूड़ा फेंकने से होता है जाम
नगर आयुक्त ने बताया कि निगम द्वारा हर गली मोहल्ले में कचड़ा उठाव कराया जा रहा है। बावजूद इसके आउटलेट में कूड़ा कचड़ा फेंक दिया जाता है। इससे आउटलेट जाम हो जाता है। पहले इसकी जानकारी नहीं मिल पाती थी। लेकिन, सोलर पावर सेंसर लगने से आउटलेट जाम होते ही इसका पता लग जायेगा। वहां पर CCTV भी लगाया गया है। जिससे पूरी स्थिति स्पष्ट होगी। निगम की टीम वहां पहुंचकर सफाई अभियान में जुट जाएगी।