बिहार की आर्थिक अपराध शाखा (EOU) ने मंगलवार की सुबह-सुबह बड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है। सारण जिले के डोरीगंज के पूर्व थानेदार संजय प्रसाद पर शिकंजा कसा है। इनके दो ठिकानों पर छापेमारी शुरू हो गई है। EOU की एक टीम मुजफ्फरपुर तो दूसरी टीम बेतिया के समहौता स्थित पुश्तैनी घर पर मौजूद है। दोनों ही घरों की टीम खंगाल रही है। घर में मौजूद परिवार के सदस्यों से पूछताछ कर रही है।
दरअसल, कोरोना काल के दोनों ही लॉकडाउन में सारण जिले में बालू के अवैध खनन का खेल जमकर हुआ था। उस दौरान संजय प्रसाद डोरीगंज के थानेदार थे। आरोप है कि इन्होंने बालू माफियाओं के खूब साथ दिया था। उनके साथ मिलाकर पूर्व थानेदार ने करोड़ों रुपए कमाए। जब इनके काले कारनामों की जानकारी सरकार को हुई तो उसके बाद इंटरनल जांच कराई गई थी। जिसमें इनके ऊपर लगे आरोपों को सही पाया गया था। इसके बाद ही सस्पेंड करते हुए संजय प्रसाद का ट्रांसफर दूसरे रेंज में कर दिया गया था।
EOU ने आय से अधिक संपत्ति और भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत 25 अक्टूबर को संजय प्रसाद के खिलाफ पटना में FIR दर्ज किया। फिर कोर्ट में अपील कर इनके ठिकानों पर छापेमारी करने के लिए ऑर्डर मांगा। कोर्ट ने इनके अपील को मंजूर किया और सर्च वारंट भी जारी कर दिया। इसके बाद ही आज सुबह कार्रवाई शुरू हो गई। ADG नैयर हसनैन खान खुद पूरी कार्रवाई की मॉनिटरिंग कर रहे हैं। बालू के अवैध खनन, बालू माफियाओं के साथ देना और इनके माध्यम से काली कमाई करने वाले भ्रष्ट सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों पर लगातार शिकंजा कसा जा रहा है। अब तक कई अफसरों को सस्पेंड कर उनके खिलाफ कार्रवाई की गई है।
INPUT: Bhaskar