नवंबर के पहले सप्ताह से शहर में स्मार्ट प्रीपेड बिजली मीटर लगना शुरू हाे जाएगा। पहले चरण में दिसंबर तक 25 हजार मीटर शहरी क्षेत्र में लगाने का लक्ष्य रखा गया है। मीटर लगाने का कोई शुल्क उपभोक्ता को नहीं लगेगा। मुजफ्फरपुर सर्किल में 14 लाख व माेतिहारी सर्किल में 12 लाख स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगेगा।
उक्त जानकारी शुक्रवार काे सर्किल कार्यालय में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में एनबीपीडीसीएल के कार्यपालक अभियंता पंकज कुमार ने दी। उन्होंने बताया कि पहले महीने में एक बार बिल दिया जाता था। जिसके बाद उपभोक्ता को बिल जमा करना होता था। लेकिन, स्मार्ट प्रीपेड मीटर में यह सुविधा मिलेगी कि उपभोक्ता जरूरत अनुसार प्रत्येक सप्ताह रिचार्ज करा सकेंगे।
बिल बिजली की खपत पर निर्भर करेगा। वहीं, हर राेज अपनी बिजली खपत ऐप में देख सकेंगे। इसमें पता लगेगा कि वे कितनी बिजली इस्तेमाल कर रहे हैं। इससे वे अपनी बिजली खर्च में कटौती भी कर सकते हैं। अगर आपका रिचार्ज समाप्त हो जाता है तो सुबह 10 बजे से दोपहर 1 बजे के बीच ही बिजली कटेगी। अवकाश के दिन बिजली नहीं कटेगी।
प्रीपेड मीटर से अधिक बिल आने की धारणा डेमो दिखा कर की जाएगी दूर
सीनियर प्रोटोकॉल ऑफिसर ख्वाजा जमाल ने बताया कि लोगों में ये धारणा गलत है कि स्मार्ट प्रीपेड मीटर से अधिक बिल आएगा। इसे दूर करने के लिए कैंप लगाकर उपभोक्ताओं दोनों मीटर का डेमो दिखाया जाएगा ताकि वे पूरी तरह संतुष्ट हो सकें। डीएन राव ने बताया कि स्मार्ट प्रीपेड मीटर मोबाइल ऐप से रिचार्ज होगा। अगर नेटवर्क नहीं है, फिर भी ब्लूटूथ से रिचार्ज हो जाएगा। अगर ब्लूटूथ वाला मोबाइल नहीं है तो रिचार्ज खरीदने पर मोबाइल पर मैसेज आएगा। उस मैसेज को मीटर में लगे कीबोर्ड पर अंकित करते ही मीटर रिचार्ज हो जाएगा। जिनके पास एंड्रॉयड फोन नहीं है, वे ऑफिस में जाकर रिचार्ज करा सकेंगे।