दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हम बात करेंगे दुनिया की सर्वश्रेष्ठ महिला क्रिकेट खिलाड़ियों में से एक शेफाली वर्मा के बारे में. दोस्तों क्रिकेट में रूचि रखने वाले लोगों के लिए शेफाली वर्मा कोई अनजान नाम नहीं है. शेफाली वर्मा देश की उन लाखों लड़कियों के सामने एक मिसाल है जो क्रिकेट में या अन्य किसी क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहती है.
दोस्तों हरियाणा के एक छोटे से शहर में जन्मी शेफाली वर्मा ने छोटी सी उम्र में दुनिया की सर्वश्रेष्ठ महिला क्रिकेटर बनने के लिए काफी संघर्ष किया है. चाहे रिश्तेदारों का दबाव हो या फिर समाज१ की छोटी सोच, शेफाली वर्मा ने किसी की परवाह नहीं की और अपने पिता के सहयोग से क्रिकेट की दुनिया में अपना बड़ा नाम कमाया.
इस आर्टिकल में हम जानेंगे कि शेफाली वर्मा कौन है?, उन्होंने कैसे एक छोटे से शहर से अंतराष्ट्रीय क्रिकेटर बनने का सफ़र तय किया? और साथ ही जानेंगे शेफाली वर्मा के निजी जीवन के बारे में. तो दोस्तों चलिए शुरू करते है शेफाली वर्मा का जीवन परिचय.
शेफाली वर्मा जीवनी (Shafali Verma Biography)
1. भारत की सफल महिला क्रिकेटर शेफाली वर्मा का जन्म 28 जनवरी 2004 को हरियाणा के रोहतक में एक हिन्दू परिवार में हुआ था.
2. शेफाली वर्मा के पिता का नाम संजीव वर्मा है.
3. शेफाली वर्मा के पिता संजीव वर्मा की शुरू से ही क्रिकेट में दिलचस्पी रही थी, लेकिन उनकी परिस्थितियों के कारण यह क्रिकेट में करियर नहीं बना पाए.
4. अपने पिता की तरह शेफाली वर्मा में भी बचपन से ही क्रिकेट खेलने का जूनून था.
5. शेफाली वर्मा के क्रिकेट की तरफ इंटरेस्ट को देखते हुए संजीव वर्मा ने घर में ही अपनी बेटी को क्रिकेट की ट्रेनिंग देना शुरू कर दी.
6. इसके बाद शेफाली वर्मा को प्रोफेशनल ट्रेनिंग दिलाने के लिए संजीव वर्मा ने उनका एडमिशन कई सारी अकैडमी में करवाने की कोशिश की, लेकिन लड़की होने के कारण उनका एडमिशन नहीं हुआ.
7. संजीव वर्मा ने बेटी का एडमिशन करवाने के लिए 9 साल की उम्र में उसके बाल कटवा दिए थे. इसके बाद शेफाली वर्मा को जैसे-तैसे एक अकैडमी में एडमिशन मिल गया.
8. कुछ सालों बाद जब महिला क्रिकेट एकेडमी बनी तो शेफाली वर्मा ने उसमे एडमिशन लिया.
9. शेफाली वर्मा को क्रिकेट सिखाने के लिए संजीव वर्मा के रिश्तेदार अक्सर उनकी आलोचना करते थे, लेकिन उन्होंने कभी इस पर ध्यान नहीं दिया और बेटी को अच्छा क्रिकेटर बनाया.
10. अपने शानदार प्रदर्शन की बदौलत शेफाली वर्मा को जल्द ही हरियाणा की घरेलू महिला क्रिकेट टीम में जगह मिल गई.
11. हरियाणा की और से शानदार प्रदर्शन करने पर शेफाली वर्मा को विमेन मिनी आईपीएल में मिताली राज की कप्तानी वाली वेलोसिटी टीम में खेलने का मौका मिला.
12. शेफाली वर्मा ने इस मौके का शानदार फायदा उठाया और टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन किया. उनके प्रदर्शन की बदौलत उनकी टीम ने फाइनल तक का सफ़र तय किया.
13. शेफाली वर्मा ने अपने इंटरनेशनल करियर की शुरुआत 15 साल की उम्र में साल 2019 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ की थी.
14. हालांकि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के अपने पहले ही मैच में शेफाली वर्मा बिना कोई रन बनाए आउट हो गई थी.
15. उसके बाद शेफाली वर्मा को जब मौका मिला तो उन्होंने मात्र 33 गेंदों में 46 रन की शानदार पारी खेली.
16. शेफाली वर्मा आज भारत की तरफ से क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में डेब्यू कर चुकी है.
17. शेफाली वर्मा ने 17 साल 150 दिन की उम्र में टी-20, वनडे और टेस्ट खेल चुकी थी.
18. तीनों फॉर्मेट में डेब्यू करने के बाद शेफाली वर्मा ने 10वीं की परीक्षा उत्तीर्ण की.
19. शेफाली वर्मा जब इंग्लैंड में भारतीय टीम की तरफ से खेल रही थी, तब हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड ने उनका रिजल्ट जारी किया.
20. शेफाली वर्मा ने 10वीं ओपन की परीक्षा देते हुए 52प्रतिशत अंक हासिल किए.
21. हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के चेयरमैन ने उन्हें इसके लिए बधाई दी.
22. शेफाली वर्मा अपने पिता और सचिन तेंदुलकर को अपना आदर्श मानती है.
23. 18 साल से भी कम उम्र में शेफाली वर्मा आज श्रेष्ठ महिला खिलाड़ी बन चुकी है.
24. शेफाली वर्मा को सैलरी के रूप में 30 लाख रुपए सालाना मिलते है.
INPUT: indiakestar.com