अखाड़ाघाट में समानांतर पुल बनाने का टेंडर गुजरात की एजेंसी काे मिल सकता है। टेक्निकल बिड के कागजात की जांच-पड़ताल में सफल आने के बाद पुल निर्माण निगम मुजफ्फरपुर ने टेंडर समिति काे अनुशंसा भेज दी है।
42.77 कराेड़ की लागत से इस पुल निर्माण के लिए दूसरी बार टेंडर प्रक्रिया चल रही है। उम्मीद है कि अगले माह टेंडर समिति अखाड़ाघाट पुल का टेंडर फाइनल कर सकती है। शहर काे जाम से राहत दिलाने के लिए अखाड़ाघाट में समानांतर पुल बनना है।
सिंगल टेंडर की वजह से पहली बार यह असफल रहा। पुल निर्माण निगम के दोबारा टेंडर के बाद भी गुजरात की ही इकलौती एजेंसी ने टेंडर में दिलचस्पी दिखाई। अब टेंडर समिति काे आगे की प्रक्रिया के लिए अनुशंसा भेजी गई है।
पिछले साल सरकार ने अखाड़ाघाट पुल के समानांतर नए पुल की स्वीकृति दी थी। ढाई साल पहले जिला प्रशासन ने अखाड़ाघाट में समानांतर पुल बनाने की अनुशंसा राज्य सरकार से की थी। 600 मीटर लंबा पुल दाे साल में बनाने के लिए टेंडर निकाला गया था।
पांच वर्षों से है नए पुल की प्रतीक्षा, अब बाधा दूर होने के हैं आसार
लकड़ीढाई पुल का निर्माण पांच साल से फंसा हुआ है। अखाड़ाघाट के समानांतर पुल बनने से शहर और पड़ोसी जिले के लाेगाें काे भी सुविधा हाेगी।
जीराेमाइल, अखाड़ाघाट, शिवहर, सीतामढ़ी, मीनापुर, गायघाट और कटरा इलाके के लाेगाें के शहर में प्रवेश का सबसे आसान रास्ता अखाड़ाघाट पुल ही है। हेवी ट्रैफिक की वजह से औसतन चार से पांच घंटे अखाड़ाघाट पुल पर ट्रैफिक जाम रहता है।
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