बहुत कम ऐसे लोग होते हैं जो आसमान की ऊंचाई पर पहुंच कर भी अपने मिट्टी से जुड़े रहते हैं। ऐसे ही एक इंसान हैं रतन टाटा जो जिंदगी के कड़वे-मीठे हर तरह के अनुभव से आज भी प्यार करते हैं।
रतन टाटा किसी पहचान के तो मोहताज ही नहीं हैं, आपको उनके बारे में सारी बातें पता होंगी। कब बिजनेस शुरू किया, रतन टाटा सन 1991 से 2012 तक टाटा ग्रुप के अध्यक्ष रह चुके हैं । 28 दिसंबर 2012 को उन्होंने इस पद को छोड़ दिया था।
रतन टाटा अभी भी वो टाटा ग्रुप के चैरिटेबल ट्रस्ट के अध्यक्ष हैं। ये बातें हो सकता है आपको पता हों, लेकिन उनकी सादगी किसी से छुपी नहीं है। चलिए आज उनके जीवन से आपको दीदार कराते हैं।
जब रतन टाटा इंस्टाग्राम पर पहली बार आए थे, तो उन्होंने लोगों के लिए लिखा था और बताया था कि वो यहां इंटरनेट तोड़ने फोड़ने नहीं, बल्कि वो यहां एक्साइटेड होकर इसलिए आए हैं क्योंकि वो लोगों के साथ कहानियां शेयर करना चाहते हैं।
उनके एक बहुत प्यारे डॉग का नाम टिटोथा, जो अब दुनिया में नहीं है। यह पोस्ट उन्होंने अपने प्यार टिटो के लिए शेयर किया था। फोटो में वो टिटो के साथ दिख रहे हैं।
तस्वीर आपके दिल को छू लेगी। उनके जवानी की तस्वीर लॉस एंजिल्स की है। इस दौरान वो 25 बरस के थे। अधिकतर लोगों ने फोटो देख यही कहा कि वह हॉलीवुड स्टार लग रहे हैं।
जानकारी के लिए बता दें कि अमेरिका में पढ़ाई और कुछ वक्त काम करने के बाद साल 1962 में अपने देश भारत लौटे थे।
इंस्टाग्राम पर उनकी एक फॉलोवर ने उन्हें ‘छोटू’ कहकर शुभकामनाएं दी थी। इसपर वे काफी नाराज भी हुए थे। जब टाटा को इसकी जानकारी हुई, तो उन्होंने महिला के कॉमेंट पर जवाब देते हुए उनका समर्थन किया और यूजर्स से उनके साथ अच्छे से पेश आने की बात कही। उनके इस अंदाज को लोगो ने खूब पसंद किया।
केरल के मल्लापुरम में एक गर्भवती हथिनी की दर्दनाक मौत की खबर तो आपको याद होगी जब हथिनी को विस्फोटक भरा अनानास खिलाया दिया गया था। बिजनेसमैन रतन टाटा ने हथिनी के लिए एक पोस्ट लिखी थी। वो भी इस खबर से बड़े भावुक हुए थे।
उन्होंने इंस्टा पर अपने स्कूल के दिनों की तस्वीरें भी शेयर की थी। लोगों ने उनकी यह फोटोज देखकर प्रतिक्रिया दी थी। यूजर्स ने लिखा था कि आप लेजेंड हैं सरजी।
उन्होने इंस्टाग्राम पर अपने गुरु जेआरडी टाटा के साथ एक फोटो शेयर की थी ,इस तस्वीर के जरिए उन्होंने उनकी 117वीं जयंती पर उन्हें याद किया था।
अधिकतर लोगों को उनकी यह सादगी और पुराने लोगों को ना भूलने वाली अदा के कायल हैं। वैसे एक बात तो है जितनी सादगी उनमें है आज कम ही लोगों में देखने को मिलती है।