स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट से बस स्टैंड का सौंदर्यीकरण शुरू होने के पहले मंगलवार को स्मार्ट सिटी के एमडी नवीन कुमार ने एसडीओ पश्चिमी बृजेश कुमार के साथ बस स्टैंड का जायजा लिया। 129 करोड़ की लागत से बस स्टैंड का सौंदर्यीकरण होना है। स्मार्ट सिटी की ओर से समय पर टेंडर नहीं निकालने की वजह से बुडको ने बस स्टैंड के सौंदर्यीकरण का टेंडर निकाला है।
इस माह टेंडर की कार्रवाई पूरी हो जाएगी। डेढ़ साल की अवधि बस स्टैंड को बनाने के लिए दी गई है। 15 जुलाई को बुडको ने प्री-विड मीटिंग भी की थी। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत पटना में भी बस स्टैंड का सौंदर्यीकरण व जीर्णोद्धार किया गया है। पटना के साथ ही मुजफ्फरपुर का भी काम होना था। लेकिन स्मार्ट सिटी और उसकी कंसल्टेंसी की वजह से टेंडर समय पर नहीं हो सका।
पटना बस स्टैंड के जीर्णोद्धार में जो त्रुटि रह गई है, उसे देखते हुए मुजफ्फरपुर में सुधार किया गया है। बैरिया बस स्टैंड में पहले प्रवेश व निकास द्वार दो ही था, जिसे बढ़ाकर चार से पांच कर दिया गया है। सिटी बस कम समय रूकती है। जबकि लंबी दूरी की बसें ज्यादा समय तक। इसके लिए सिटी बस को लगाने की व्यवस्था अलग होगी। उसके प्रवेश व निकास के लिए अलग-अलग गेट होगा।
नए बस स्टैंड में शॉपिंग कॉम्प्लेक्स से लेकर बैंक तक होंगे
प्रशासनिक भवन के चारों तरफ यात्रियों के बैठने की व्यवस्था होगी। शॉपिंग कॉम्प्लेक्स से लेकर बैंक के लिए भी बस स्टैंड में जगह रहेगी। फूड कोर्ट व गेम कोर्ट भी बस स्टैंड में बनेगा। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट समय पर बैरिया बस स्टैंड का टेंडर नहीं निकाल सका। जिसकी वजह से टेंडर करने का अधिकार स्मार्ट सिटी से छीनकर नगर विकास एवं आवास विभाग ने बुडको को दिया।
जनवरी 2023 में बुडको ने बैरिया बस स्टैंड का टेंडर निकाला था। लेकिन बाद में टेंडर को कैंसिल करना पड़ा। अब फिर से टेंडर निकाला गया है। एसडीओ पश्चिमी बैरिया बस पड़ाव समिति के सचिव भी हैं। स्मार्ट सिटी और उसकी कंसल्टेंसी की वजह से टेंडर समय पर नहीं हो सका। बुडको द्वारा टेंडर निकलने के बाद काम शुरू होना है।
INPUT: bhaskar.com