आप भी चबाते है नाखून तो हो जाए सावधान !! दांत खराब, पेट से जुड़ी समस्याओं का खतरा, जानिए कैसे मिलेगा छुटकारा ?

नेल बाइटिंग यानी नाखून चबाना एक ऐसी आदत है, जो आपने अपने आसपास बहुत से लोगों में देखी होगी। कुछ लोगों को यह आदत बचपन से लग जाती है, जो जवानी तक उनका पीछा नहीं छोड़ती।

नाखून चबाने की इस आदत को मेडिसिन की भाषा में ओन्कोफेजिया (Onychophagia) कहा जाता है। यह एक ऐसी आदत है, जो कई खतरनाक बीमारियों का कारण बन सकती है।

दरअसल नाखून चबाने से कई हानिकारक बैक्टीरिया और वायरस पेट में पहुंच जाते हैं और पेट में पहुंचकर इन्फेक्शन का कारण बनते हैं।

इसलिए आज जरूरत की खबर में बात करेंगे कि नाखून चबाने से किस तरह की स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं? साथ ही जानेंगे कि-

  • नाखून चबाने की आदत लोगों को क्यों लगती है?
  • इस आदत से कैसे छुटकारा पाया जा सकता है?

एक्सपर्ट:

डॉ. अखिलेंद्र सिंह, असिस्टेंट प्रोफेसर, साइकोलॉजी, बीएचयू (वाराणसी)

डॉ. शीना कपूर, डर्मेटोलॉजिस्ट, कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल (इंदौर)

सवाल- नाखून चबाने की आदत क्यों पड़ती है?

जवाब- डॉ. अखिलेंद्र सिंह कहते हैं कि नाखून चबाने की आदत एक तरह का कंपल्सिव बिहेवियर है यानी किसी काम को लगातार करने से खुद को रोक न पाने की लत।

नाखून चबाने की आदत के कई कारण हो सकते हैं। इसे बच्चे माता-पिता या घर के अन्य सदस्यों को देखकर सीखते हैं, जो उम्र बढ़ने के साथ एक लत बन सकती है। अधिकांश लोग चिंता या अवसाद की स्थिति में नाखून चबाते हैं। वहीं कुछ लोग बैचेनी, डर या एंग्जाइटी की वजह से भी नाखून चबाते हैं।

हालांकि कई रिसर्च में यह दावा किया गया है कि जिन माता-पिता में नाखून चबाने की आदत होती है, उनके बच्चों में नाखून चबाने की आदत होने की संभावना अन्य बच्चों की तुलना में तीन या चार गुना अधिक हो सकती है।

नीचे दिए ग्राफिक से समझिए कि नाखून चबाने का कारण क्या है।

सवाल- नाखून चबाने से किस तरह की स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं?

जवाब- नाखूनों के अंदरूनी हिस्से में बैक्टीरिया छिपे रहते हैं। यह बैक्टीरिया खाना खाने से, कान या बालों में हाथ डालने से या किसी संक्रमित चीज को छूने से नाखूनों में आ सकते हैं। यह बैक्टीरिया दांतों और मसूड़ों के बीच फंस सकते हैं, जो ओरल हेल्थ के लिए नुकसानदायक हैं। वहीं जब यह बैक्टीरिया पेट में चले जाते हैं तो इन्फेक्शन होने का खतरा बढ़ जाता है। साथ ही स्किन को भी नुकसान पहुंचता है।

नीचे दिए ग्राफिक से समझिए कि नाखून चबाने से कौन सी हेल्थ प्रॉम्लब्स हो सकती हैं।

सवाल- नाखून चबाने की आदत से कैसे छुटकारा पा सकते हैं?

जवाब- डॉ. अखिलेंद्र सिंह बताते हैं कि किसी भी आदत को बदलना कठिन होता है। अगर लंबे समय से कोई आदत हो तो उससे छुटकारा पाने में समय लग सकता है। आमतौर पर नाखून चबाने की आदत बचपन से ही शुरू होती है, जो एडल्ट होने पर भी जारी रहती है।

इस आदत से छुटकारा पाने के लिए ग्राफिक में दिए यह टिप्स अपना सकते हैं।

आइए ग्राफिक में दिए इन पॉइंट्स को विस्तार से समझते हैं।

नाखूनों को साफ रखने के लिए मैनीक्योर कराएं

नाखून चबाने की आदत से छुटकारा पाने के लिए बालों की तरह अपने नाखूनों की नियमित देखभाल करें। उन्हें नियमित काटें और साफ-सफाई का ध्यान रखें। बहुत लंबे नाखून रखने से बचना चाहिए। जब आप अपने नाखूनों की नियमित देखभाल करेंगे तो नाखूनों को चबाने से बचेंगे।

अपने ट्रिगर्स को पहचानें

किसी भी आदत से छुटकारा पाने के लिए पहला कदम उसके प्रति जागरूक होना है। नाखून चबाने का कारण बोरियत, तनाव या चिंता जैसे मानसिक ट्रिगर हो सकते हैं। इसलिए इस बात पर ध्यान दें कि आप अपने नाखून कब और क्यों चबाते हैं। अपने ट्रिगर्स को समझने की कोशिश करें। इसके बाद इस आदत से छुटकारा पाने में काफी मदद मिल सकती है।

ज्यादा तनाव न लें

तनाव नाखून चबाने के प्रमुख कारणों में से एक है। इसलिए तनाव को खुद पर हावी न होने दें। शारीरिक व मानसिक तनाव को दूर करने में योग काफी सहायक होता है। इसलिए अपनी दिनचर्या में योग को शामिल करें। इससे आपका मन शांत रहेगा और शरीर तनावमुक्त होगा।

आसपास के लोगों की मदद लें

नाखून चबाने की आदत छोड़ने के लिए घर-परिवार, दोस्तों की मदद लें। दूसरों के साथ अपनी इस आदत के बारे में शेयर करें। इससे जब भी आप नाखून चबाएंगे तो उनके टोकने से सुधार कर सकते हैं।

नेल पॉलिश का इस्तेमाल करें

कुछ नेल पॉलिश का स्वाद बेहद कड़वा होता है। इससे आप नाखूनों को चबाने से बचेंगे। पुरूष ट्रांसपेरेंट नेल पॉलिश का इस्तेमाल कर सकते हैं।

सवाल- बच्चों को नाखून चबाने की आदत से कैसे छुटकारा दिला सकते हैं?

जवाब- बच्चों को नाखून चबाने से स्वास्थ्य समस्याएं होने का खतरा ज्यादा होता है क्योंकि बच्चे खेल-कूद में अपने हाथ गंदे कर लेते हैं। बच्चों के नाखून चबाने की आदत के पीछे कारण बोरियत या भूख लगना होता है। इसलिए बच्चों का ध्यान भटकाने के लिए उन्हें इंडोर या आउटडोर एक्टिविटी में व्यस्त रखें। ताकि वह अपने हाथ मुंह की तरफ न ले जाएं। इसके अलावा बच्चे को लंबे समय तक भूखा न रहने दें। माता-पिता बच्चों के नाखूनों को बड़ा न होने दें। नियमित उनकी साफ-सफाई रखें।

 

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