मुजफ्फरपुर। स्टेशन पुनर्विकास योजना के तहत दूसरे चरण में मुजफ्फरपुर समेत देश के 11 रेलवे स्टेशनों को विश्वस्तरीय बनाने के लिए रेलवे बोर्ड से स्वीकृति मिल गई है।
रेल भूमि विकास प्राधिकार की ओर से तैयार कार्ययोजना की गई थी। रेलवे बोर्ड से स्वीकृति मिलने के बाद अब केंद्र सरकार के पास मंजूरी के लिए भेजी जाएगी।
संसद के शीतकालीन सत्र में प्रस्तुत होने वाले अनुपूरक बजट में मुजफ्फरपुर समेत सभी 11 स्टेशनों को विश्वस्तरीय बनाने के लिए राशि व अन्य बिंदुओं पर मुहर लग सकती है। इसके बाद रेल भूमि विकास प्राधिकार की देखरेख में टेंडर, डीपीआर व निर्माण से जुड़े अन्य कवायद शुरू हो सकेगी। पीपीपी (लोक-निजी साझेदारी) के तहत निर्माण कार्य के लिए फंड जुटाया जाएगा। इस संबंध में पूर्व मध्य रेलवे के अधिकारियों ने बताया कि मुजफ्फरपुर के अलावा चंडीगढ़, लुधियाना, सिकंदराबाद, आसनसोल व सोमनाथ समेत 11 स्टेशनों पर विश्वस्तरीय सेवा उपलब्ध कराने के लिए पुनर्विकास कार्य के लिए रेलवे बोर्ड से मंजूरी मिल गई है। इस संबंध में प्राधिकार की ओर से बोर्ड के समक्ष प्रस्ताव रखा गया था।
दूसरे फेज में भी बिहार से एकमात्र स्टेशन
दूसरे फेज के पुनर्विकास के लिए बिहार के एकमात्र मुजफ्फरपुर रेलवे स्टेशन को मंजूरी दी गई है। पहले फेज में 21 रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास के लिए बोर्ड के स्तर से मंजूरी दी गई थी। इसमें बिहार का एकमात्र गया रेलवे स्टेशन शामिल था।
पूमरे के दस स्टेशनों का होना है पुनर्विकास
स्टेशन पुनर्विकास योजना के तहत पूर्व में चयनित पूर्व मध्य रेलवे (पूमरे) के दस स्टेशनों पर एयरपोर्ट जैसी सुविधाएं यात्रियों को उपलब्ध कराई जाएंगी। इसमें मुजफ्फरपुर व गया के आलावा सीतामढ़ी, दरभंगा, बरौनी, धनबाद, पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन (मुगलसराय), राजेंद्र नगर टर्मिनल, बेगूसराय व सिंगरौली स्टेशन को शामिल किया गया है।
ये सुविधाएं मिलेंगी
-वर्ल्ड क्लास स्टेशन होंगे, जहां एयरपोर्ट की तरह सुविधाएं मिलेंगी
-स्टेशन को ग्रीन बिल्डिंग का रूप दिया जाएगा
-स्टेशन परिसर में मॉल व मल्टीपर्पस बिल्डिंग बनाया जाएगा
-स्टेशन पर आगमन व प्रस्थान के लिए प्रवेश और निकास द्वार होंगे
-स्टेशन पर एक्सेस कंट्रोल गेट व प्लेटफार्म पर एस्केलेटर और लिफ्ट लगाए जाएंगे
INPUT: Hindustan