मुजफ्फरपुर की विशेष पुलिस टीम ने मुखिया पति समेत तीन शराब-स्प्रिट माफिया को गिरफ्तार किया है। इनके पास से गांजा और मोबाइल बरामद किए गए हैं। साथ ही इनके ठिकाने से 2000 लीटर स्प्रिट बरामद की गई। एक स्कार्पियो भी जब्त किया गया। आरोपियों की पहचान मोतीपुर पुरानी बाज़ार ने नीरज कुमार (मुखिया पति), विश्वनाथ साह और दरभंगा सिंघवारा के राजेश रौशन के रूप में हुई है। ये तीनों स्प्रिट के बड़े माफिया है। दूसरे प्रदेशों से स्प्रिट की खेप मंगवाकर नकली शराब बनाने का भो धंधा करते हैं। उक्त बातों की जानकारी सिटी SP राजेश कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दी।
बताया कि नीरज और विश्वनाथ शराब कांड में वांछित थे। विश्वनाथ के खिलाफ शराब और स्प्रिट तस्करी के 23 केस पूर्व जिले के विभिन्न थानों में दर्ज हैं। इन तीनों को सदर थाना के सदर थाना के परमानंदपुर से दबोचा गया है। NDPS एक्ट के मामले में जेल भेजा जाएगा। वहीं अन्य कांडों में रिमांड किया जाएगा।
विश्वनाथ की सम्पत्ति जब्ती की कार्रवाई अटकी
2016 में तत्कालीन SSP विवेक कुमार ने विश्वनाथ साह की संपत्ति जब्ती का प्रस्ताव भेजा था। लेकिन, ये मामला फ़ाइल में ही दब गया। आज उसके पास करोड़ो की सम्पत्ति है, जो उसने शराब और स्प्रिट के धंधे से अर्जित की है। उसकी सम्पती का आकलन कर दोबारा जब्ती की कवायद शुरू कर दी गयी है। वहीं मुखिया पति के संपत्ति का भी आकलन किया जा रहा है।
झारखंड और पश्चिम बंगाल से लाते हैं स्प्रिट
पुलिस पूछताछ में बताया कि ये लोग झारखंड और पश्चिम बंगाल से स्प्रिट की खेप लाते हैं। सूत्रों की माने तो जिले के कई धंधेबाजों ने बॉर्डर पार शराब की फैक्ट्री तक डाल ली है। वहां से मुजफ्फरपुर के अलावा पूरे उत्तर बिहार में शराब और स्प्रिट की तस्करी करते हैं। पुलिस का कहना है कि गिरफ्तार तस्कर राजेश ट्रांसपोर्ट का भी कारोबार करता है। उसका भी सत्यापन किया जा रहा है।
INPUT: Bhaskar