मुजफ्फरपुर। स्मार्ट सिटी मिशन के तहत शहर में 153.03 करोड़ रुपये की लागत से इंटीग्रेटेड कमांड एवं कंट्रोल सिस्टम का विकास किया जा रहा है। इसकी मदद से शहर के चप्पे-चप्पे पर कैमरे से निगरानी रखी जाएगी।
स्मार्ट ट्रैफिक सिस्टम का विकास होगा। शहर की गतिविधियों पर नजर रखी जाएगी। इस काम की जिम्मेवारी मुंबई की एजेंसी शापूरजी पालोनजी एंड कंपनी प्राइवेट लिमिटेड को दी गई है। एजेंसी ने अपना काम शुरू कर दिया है। इसी के तहत एजेंसी द्वारा ड्रोन की मदद से शहर का ज्योग्राफिक इनफारमेशन सिस्टम (जीआइएस) मैपिंग तैयार किया जा रहा है। इसकी मदद से मास्टर सिस्टम इंटीग्रेटर के निर्माण और संचालन में मदद मिलेगी। इस सर्वे से यह भी पता चलेगा कि शहर में कितने मकान है और शहर के नालियों का बहाव किस ओर है।
सिस्टम तैयार होने केबाद शहर का चप्पा-चप्पा सीसी कैमरे की निगरानी में होगा। स्मार्ट ट्रैफिक सिस्टम विकसित किया जाएगा। अपराधी वारदात को अंजाम देकर भागने के दौरान ही पकड़ लिए जाएंगे। अगर बच निकलें तो शीघ्र ही ट्रेस कर लिए जाएंगे। सड़क और नालों की स्थिति पर भी नजर रहेगी। कमांड एवं कंट्रोल सेंटर के माध्यम से शहर में 27 स्थानों पर एटीसीएस टै्रफिक सिग्नल लगेंगे। 108 व्हीकिल डिटेक्शन कैमरे शहर में लगाए जाएंगे।
216 लाल-पीला-हरा तीर वाले सिग्नल, 27 ई-जंक्शन सिग्नल यातायात को नियंत्रित करने के लिए लगाए जाएंगे। इसके अलावा 275 फिक्स्ड बुलेट कैमरे, 90 पीटीजेड, 175 सीसी कैमरे लगाए जाएंगे। शहर में 108 वाहन डिटेक्शन व काउंटडाउन टाइमर लगाए जाएंगे। इन सबको जोडऩे के लिए शहर में 160 किमी फाइवर आप्टिकल केबल, 432 ग्रीन तीर निशान वाले सिग्नल हेड, पांच-पांच फ्लड व मौसम बताने वाले सेंसर और 27 स्पीड डिटेक्शन सिस्टम लगाए जाएंगे। जीआइएस मैपिंग से इस काम को बेहतर तरीके से किया जा सकता है।
स्मार्ट सिटी परामर्शदातृ समिति की बैठक 30 को
स्मार्ट सिटी की योजनाओं पर निगरानी के लिए शहरी स्तर पर गठित परामर्शदातृ समिति की बैठक 30 दिसंबर को नगर निगम सभागार में होगी। स्मार्ट सिटी कंपनी के प्रबंध निदेशक एवं नगर आयुक्त विवेक रंजन मैत्रेय ने समिति के सभी सदस्यों को बैठक में शामिल होने के लिए आमंत्रण भेजा है। लंबे समय के बाद समिति की यह बैठक हो रही है। बैठक में पहली बार विधायक विजेंद्र चौधरी एवं महापौर राकेश कुमार भाग लेंगे। पिछली बैठक विधानसभा चुनाव से पहले हई थी।
समिति में स्थानीय सांसद, विधायक, महापौर, उपमहापौर, स्मार्ट सिटी कंपनी के मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी के अलावा आर्किटेक्ट विपुल कुमार सिंह, चैंबर आफ कामर्स के प्रतिनिधि रमेश चंद्र टिकमानी, स्लम क्षेत्र के प्रतिनिधि सुरेश कुमार उर्फ भोला चौधरी, चार्टड अकांउटेंट नितीन बंसल, आरबीबीएम कालेज की प्राचार्य डा. ममता रानी, एमआइटी के प्राचार्य डा. सीबी महतो, एमआइटी के पूर्व प्राचार्य ई. श्रीप्रकाश, रोटरी क्लब के डा. जेपी सिंह, डा. जगन्नाथ मिश्रा कालेज की प्राचार्य डा. मंजू सिंह, डा. इकबाल मोहम्मद शमी एवं बीआरए बिहार विश्वविद्यालय के कुलपति डा. हनुमान प्रसाद पांडेय शामिल हैं।
INPUT: JNN