मुजफ्फरपुर में जब कोरोना के केस बढ़ने लगे तब प्रशासन को मास्क चेकिंग अभियान की याद आई। इसके बाद संक्रमण फैलने से रोकने के लिए सघन मास्क चेकिंग अभियान शुरू भी किया गया। शहर में 20 जगहों को चिह्नित कर यहां पर मजिस्ट्रेट की तैनाती कर दी गयी। साथ में पर्याप्त पुलिस बल भी दिया गया। ताकि विधि व्यवस्था की समस्या उत्पन्न नहीं हो।
शहर में रेलवे स्टेशन, बैरिया बस स्टैंड, इम्लीचट्टी बस स्टैंड, मिठनपुरा, सातपुरा, अघोरिया बाजार, मोतीझील ओवरब्रिज, माड़ीपुर चौक और लक्ष्मी चौक समेत अन्य जगहों पर जांच अभियान चलाया गया। इस दौरान मास्क नहीं पहनने वालों का चालान भी कटा। वहीं कुछ बचकर निकल गए।
शहर में अचानक से जांच अभियान चला तो हड़कंप मच गया। बिना मास्क वाले रास्ता बदल कर भागते दिखे। बताया जा रहा है कि ये अभियान अब लगातार चलेगा। जबतक लोग फिर से मास्क नहीं पहनना शुरू कर देते हैं।
ग्रामीण इलाकों में जागरूकता जरूरी
DM प्रणव कुमार ने मास्क के प्रति लोगों में जागरूकता फैलाने के लिए सिविल सर्जन और SDO पूर्वी को निर्देश दिया है। सिविल सर्जन सभी PHC प्रभारियों के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में माइकिंग कराकर जागरूकता फैलाएंगे। वहीं SDO पूर्वी प्रखंड अधिकारियों के माध्यम से ये काम करेंगे। सरकारी कार्यालयों में भी बिना मास्क के आने पर जुर्माना लगेगा। इसका सख्ती से पालन कराने को कहा गया है।
पहले क्यों नहीं बरती सतर्कता
अब सवाल उठता है पिछले पांच दिनों में मुजफ्फरपुर में कोरोना तेज़ी से पांव पसार रहा है। इससे पूर्व कोई सख्ती नहीं देखी गयी। लोग खुलेआम भीड़ में घूमते रहे। मॉल में शॉपिंग करते रहे। अब जब कोरोना के केस बढ़ने लगे तो तमाम तरीके बचाव के अपनाए जा रहे हैं। अगर ये सतर्कता पहले दिखाते तो परिणाम कुछ बेहतर होता।
INPUT: Bhaskar