मुजफ्फरपुर, जासं। कोरोना के डर से विभिन्न प्रदेशों में पढ़ने वाले छात्र-छात्राएं भी बीमार पड़ने के डर से विभन्न ट्रेनों से लौट रहे हैं। दिल्ली से सप्तक्रांति एक्सप्रेस से लौटे छात्र अखाड़ाघाट निवासी आकाश कुमार के पास काफी संख्या में किताब था।
लौटने के दौरान आरपीएफ को बड़ा बैग देखकर शक होने पर जब पूछताछ की तो पता चला कि उसके बैग में किताब भरा पड़ा हुआ है और वह दिल्ली में पढ़ता है। उसने बताया कि, स्कूल, कोचिंग, कालेज आदि बंद हो गए हैं। कोरोना संक्रमण का बहुत अधिक विस्तार हो रहा। ऐसे में अगर बीमार पड़ जाएगा तो उसके देखने वाला कोई नहीं मिलेगा। इसलिए घर पर पढ़ाई करने के लिए पुस्तक के साथ लौट गए। अन्य ट्रेनों में भी छात्र और मजदूर काफी संख्या में लौट रहे हैं।
राजस्थान, वनस्थली आदि जगहों पर समर वैकेशन खत्म कर दिया है। वहां के स्कूलों से बुलावा आ रहा है। कई छात्रों के अभिभावकों द्वारा जाने का अरजेंट में टिकट लिया गया है। कोरोना काल चलने के बावजूद जितने लोग आ रहे उतने ही लोग प्रदेश में जा भी रहे। जाने वाली ट्रेनों में वेटिंग की संख्या थोड़ी कम हो गई है। 100-200 के बदले विभिन्न ट्रेनों में आठ-दस वेटिंग चल रही। वहीं आने वाली ट्रेनों में वेटिंग की संख्या थोड़ी लंबी है।
INPUT: JNN