मुजफ्फरपुर के बंदरा प्रखंड में एक बाल विवाह होने बच्ची बाल बाल बच गई। उसकी शादी यूपी के एक अधेड़ से होने वाली थी। एसडीओ पूर्वी ने बन्दरा प्रखंड के बिशनपुर मेहसी गांव की नाबालिग लड़की की बाल विवाह की प्राप्त सूचना पर आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया।
इस संदर्भ में बन्दरा प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी एवं थाना अध्यक्ष को निर्देशित किया गया है। पत्र में बन्दरा प्रखंड के बिशनपुर मेहसी गांव की एक नाबालिग लड़की की शादी की बात प्रकाश में आने के मामले में बाल विवाह को रोकने के लिए अविलंब जांच कर आवश्यक कार्रवाई करते हुए प्रतिवेदन अधोहस्ताक्षरी को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है।
इस संदर्भ में बंदरा के बीडीओ प्रशांत कुमार ने बताया कि बड़गांव पंचायत के बिशनपुर मेहसी गांव में खखनु राम की पुत्री को शादी के लिए ले जाया गया था। सकरा में उनके नाबालिग बच्चे की शादी करने का प्रयास किया जा रहा था। जिसे चाइल्ड लाइन के कार्यकर्ताओं एवं स्थानीय जनप्रतिनिधि के पहल पर शादी को रोकवा दिया गया तथा बॉन्ड बनाकर बच्ची को उसके परिजनों के हवाले कर दिया गया था।
बीडीओ ने बताया कि इस मामले में बच्ची के परिजनों को समझाया है। साथ ही बाल विवाह नहीं करने की हिदायत दी गई है। यदि इसके बावजूद बच्ची के बाल विवाह करने से संबंधित शिकायत मिलती है तो उन पर आवश्यक कार्यवाई की चेतावनी दी गई है। बीडीओ ने बताया कि बच्ची की मां गूंगी है।परिजन गरीब एवं लाचार हैं। ठंड को देखते हुए मदद के दौर पर उन्हें कम्बल भी दी गयी।
इधर हेल्पलाइन की टीम लीडर आभा कुमारी ने बताया कि नाबालिग लड़की की भाभी के द्वारा उसे घर से ले जाया गया। सकरा के गोपालपुर में उसे रखा गया था। उसकी शादी यूपी के एक अधेड़ लड़का से कराने की तैयारी थी। इसी बीच स्थानीय लोगों द्वारा उन लोगों को इस मामले की सूचना मिली। जिसके बाद उन लोगों ने स्थानीय मुखिया के मदद से इस शादी को रोकवा दिया।
इस मामले में लड़की के परिजनों से बातचीत की गई तो उसके मां-बाप ने ऐसी जानकारी से इंकार कर दिया। बाद में बॉन्ड बनाकर नाबालिक बच्ची को उसके परिजनों के हवाले कर दिया गया। इस दौरान प्रशासनिक अधिकारी को भी सूचना दी गई थी। उन्होंने कहा कि बच्ची एवं उसके परिजनों पर नियमित नज़र रखी जायेगी ताकि फिर से बाल विवाह का प्रयास नहीं किया जा सके।
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