बिहार में लगातार भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति मामले में निगरानी विभाग, विशेष निगरानी विभाग और आर्थिक अपराध इकाई द्वारा लगातार कार्रवाई की जा रही है। इसी सिलसिले को आगे बढ़ाते हुए शुक्रवार को एक और बड़े अधिकारी के काली कमाई को पकड़ने के लिए निगरानी की टीम अब पहुंची है मोतिहारी के रजिस्ट्रार ब्रिज बिहारी शरण के ठिकानों पर।
बताया गया कि एक अकाउंट में 74 लाख रुपए होने की जानकारी मिली है। पटना के पुर्णेंदु नगर मे तीन मंजिला आवास में छापेमारी मिली है। वहीं निगरानी की टीम उनके पिता के आवास पर भी पहुंची है, जहां से पांच लाख रुपए की बरामद की गई है। इसके अलावा संपत्ति से जुड़े अन्य दस्तावेज भी बरामद किए गए हैं। बताया गया कि अपने दस साल की नौकरी में उन्होंने करोड़ों रुपए की संपत्ति अर्जित की है।
शेखपुरा में करोड़ों के घोटाले का है आरोप
यहां जिस रजिस्ट्रार के ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है। उनके खिलाफ भ्रष्टाचार की कई शिकायतें हैं। बताया गया कि मोतिहारी से पहले वह शेखपुरा में पोस्टेड थे। जहां उनके खिलाफ खिलाफ 2018 में राजस्व क्षति की शिकायत की गई थी. शिकायत की जांच मुंगेर प्रमंडल के सहायक निबंधन महानिरीक्षक से कराई गई थी. जांच में आरोप सही पाया गया । जिसमें तथ्य छुपा कर राजस्व क्षति से संबंधित दस्तावेज में ₹108045 वह दूसरे दस्तावेज में 122704 रुपये कम मुद्रांक की वसूली हेतु आदेश पारित किया गया था। विभाग ने पाया कि अवर निबंधक ने कर्तव्य के प्रति लापरवाही एवं दायित्वों का निर्वहन सही ढंग से नहीं किया . साथ ही यह प्रशासनिक नियंत्रण एवं पर्यवेक्षक का अभाव दर्शाता है.
जिसके बाद खुज राज्यपाल ने निर्णय लिया था कि बृज बिहारी शरण के विरुद्ध इन आरोपों की जांच के लिए विभागीय कार्यवाही चलाई जाए। जिला अवर निबंधक पर मिली भगत कर 5 करोड़ 96 लाख के सरकारी राजस्व का चूना लगाने का आरोप है। डीएम ने जांच कराकर रिपोर्ट मुख्यालय को भेज दिया है। हालांकि इस मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया।
मोतिहारी मेंं भी किया खेल
शेखपुरा के बाद मोतिहारी में अवर रजिस्ट्रार द्वारा काली कमाई का खेल शुरू कर दिया गया। मोतिहारी के जिलाधिकारी ने 5 अक्टूबर 2020 को मोतिहारी के जिला अवर निबंधक को एक पत्र लिखा था। पत्र में यह बात प्रमाणित हुआ था कि सब रजिस्ट्रार और कातिब की मिलीभगत से सरकारी राजस्व का नुकसान हुआ है। डीएम ने शिकायत की जांच कराई और जांच रिपोर्ट मोतिहारी के जिला अवर निबंधक को भेज दिया और केस दर्ज कराने सब रजिस्ट्रार की भूमिका की जांच कराने का आदेश दिया था। मोतिहारी डीएम ने अपने पत्र में उल्लेख किया है कि अरेराज निबंधन कार्यालय से कातिब ने जमीन के निबंधन में मिलीभगत कर लाखो रू के राजस्व की क्षति पहुंचाई है।
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