बीबीगंज से दिघरा पेट्रोल पंप तक करीब 10 किलोमीटर में एनएच 28 के दोनों किनारे 12 जगह ब्लैक स्पॉट के रूप में चिह्नित हैं। इन जगहों पर दुर्घटना संभावित क्षेत्र होने का बोर्ड लगाकर प्रशासनिक जिम्मेदारी पूरी कर ली गई है।
इन 10 किमी. में दुर्घटना का मुख्य कारण अवैध पार्किंग है, लेकिन इस हटाने के लिए कुछ भी नहीं किया जा रहा है।
पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, बीते चार साल में इस 10 किमी के बीच हुए हादसों में 32 लोग हताहत हो चुके हैं। सवाल उठ रहा है कि आखिर और कितने हादसों के बाद एनएच पर से अवैध वाहनों की पार्किंग का कब्जा हटेगा। स्थिति यह है कि दुर्घटना संभावित क्षेत्र के बोर्ड के पास ट्रक और अन्य वाहनों को अवैध ढंग से पार्क किया गया है। दोनों सर्विस लेन के अलावा मुख्य लेन पर भी कब्जा कर लिया गया है। यहां सदर थाने में जब्त वाहनों का सड़क पर कब्जा है। इस कारण से पुलिस दूसरे गैरेज संचालक व ट्रांसपोर्ट को अवैध पार्किंग से रोक पाने में विफल हो रही है।
एनएचएआई ने 10 बार कब्जा हटाने के लिए लिखा पत्र :
एनएचएआई ने बीते तीन साल के दौरान 10 से अधिक पत्र जिला प्रशासन को भेजा है। इसमें बीबीगंज से दिघरा तक एनएच पर अवैध पार्किंग व कब्जे को हटाने का आग्रह किया है। कई बार प्रशासनिक स्तर पर कब्जा हटाने का अभियान भी चलाया गया, लेकिन टीम के लौटने के तुरंत बाद ही सड़क पर पूर्व की तरह कब्जा हो जा रहा है। जानकारों का कहना है कि अवैध पार्किंग वाले वाहनों के मालिकों पर सख्ती बरतने व अधिक से अधिक राशि जुर्माना लगाने से ही कब्जा हट पाएगा।
दुर्घटना के बाद अवैध पार्किंग के खिलाफ दो बार हो चुका बवाल :
दिघरा में शेरपुर ऑयल डिपो के पास सड़क हादसों में मौत के बाद भड़के ग्रामीणों ने बीते दो साल में दो बार अवैध पार्किंग हटाने के लिए बवाल किया है। यहां सड़क के दोनों किनारे एलपीजी व डीजल पेट्रोल लदे टैंकर खतरनाक तरीके से सड़क के दोनों किनारे खड़े किए जाते हैं। मोटर गैरेज संचालक भी सड़क पर गाड़ियां खड़ी कर रहे हैं। इसके बावजूद सदर पुलिस अवैध पार्किंग के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर पा रही है।
सुप्रीम कोर्ट की कमेटी भी कर चुकी है निरीक्षण :
हाल ही में सड़क हादसों का कारण जानने के लिए सुप्रीम कोर्ट की एक कमेटी ने जिले में ब्लैक स्पॉट व इसके आसपास के इलाके का निरीक्षण किया था। इसमें एनएच पर अवैध पार्किंग और बगैर हेलमेट के बाइक चलाने पर सख्त टिप्पणी की थी। मुख्यालय ने हेलमेट जांच के लिए निरंतर अभियान चलाने का भी निर्देश जारी कर चुका है।
सदर थाने को भेल कॉलोनी में शिफ्ट किया जाना है। इसके लिए कवायद चल रही है। शीघ्र ही थाने के पास लगे तमाम वाहनों को हटाकर भेल कॉलोनी में शिफ्ट करा दिया जाएगा। अवैध पार्किंग और कब्जा हटाने के लिए प्रशासनिक कार्रवाई होने पर पुलिस सहयोग करती है।
– जयंतकांत, एसएसपी