मुजफ्फरपुर। शहरवासी चार साल से स्मार्ट सिटी में रहने की सपना संजोए हुए हैं। वे शहर की सूरत बदलने का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन स्मार्ट सिटी की योजनाओं को धरातल पर उतारने में हर कदम पद बाधा उत्पन्न हो रही है।
स्मार्ट सिटी मिशन की योजनाओं पर कार्य कर रही एजेंसियों को सरकारी विभागों का सहयोग नहीं मिल रहा है। बिजली विभाग एवं बीएसएनएल का सहयोग नहीं मिलने के कारण कार्य में देरी हो रही है। विद्युत पोल एवं जमीन के अंदर बिछा केबल तार नाला निर्माण में बाधक बन रही है। वहीं एजेंसियों को राजनीतिक हस्तक्षेप का भी सामना करना पड़ रहा है।
उनके द्वारा काम में कमी निकाल कार्य की गति को बाधित किया जा रहा है। वहीं सड़क एवं नाला निर्माण में लगी एजेंसियों को अपने-अपने इलाके में पहले काम करने का दबाव स्थानीय नेताओं द्वारा दिया जाता है। इससे भी कार्य प्रभावित हो रहा है। अतिक्रमण एवं जाम से भी एजेंसियों का काम बाधित हो रहा।
पदाधिकारी लगातार इस पर नजर रख रहे
स्मार्ट सिटी मिशन के तहत शहर के कई इलाकों में नाला निर्माण का कार्य चल रहा है। नाला निर्माण के दौरान अतिक्रमण कार्य की गति को प्रभावित करता है। वहीं लोग अपनी दुकान एवं मकान के सामने कार्य होने के दौरान एजेंसियों को रोकते हैं। निर्माण के दौरान सड़क जाम हो जाने से निर्माण एजेंसी के वाहन कार्य स्तर तक नहीं पहुंच पाते जिससे काम में विलंब होता है। कुछ योजनाएं जमीन की उपलब्धता नहीं होने के कारण रुका हुआ है। योजनाओं के लिए चयनित जमीनों पर लोगों की दावेदारी से कार्य रुका हुआ है।
स्मार्ट सिटी कंपनी के सीईओ भूदेव चक्रवर्ती ने कहा कि योजनाओं के कार्यान्वयन में कई तरह की बाधाओं का सामना करना पड़ रहा है। एजेंसियों की शिकायत पर उसे दूर किया जाता है। स्मार्ट सिटी कंपनी के पदाधिकारी लगातार इस पर नजर रख रहे हैं। स्मार्ट सिटी कंपनी के प्रबंध निदेशक विवेक रंजन मैत्रेय ने कहा कि स्मार्ट सिटी की योजनाओं पर काम चल रहा है। कुछ योजनाओं को पूरा करने में कुछ समस्याएं आ रही हैं। लेकिन उन समस्याओं को दूर करने के लिए हर स्तर पर प्रयास किया जा रहा है।
INPUT:JNN