मुजफ्फरपुर। स्मार्ट सिटी के तहत सीवरेज लाइन के प्रोजेक्ट ने मोहल्ले की नई सड़कों को पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया है। हाल में जूरनछपरा इलाके में रोड नंबर-4 व रोड नंबर-5 को सीवरेज लाइन के लिए बीचों-बीच काटा गया है।
चौंकाने वाली स्थिति यह है कि दोनों सड़क एक साल पहले बनी थी। रोड नंबर-4 के निर्माण पर 40 लाख व रोड नंबर-5 के निर्माण पर 20 लाख रुपये खर्च हुए। ऐसे में 60 लाख की दो सड़कों को आनन-फानन में काट दिया गया। सात निश्चय योजना के तहत दोनों सड़क का निर्माण हुआ था।
फिलहाल सड़क का काफी हिस्सा काट दिया गया है। लेकिन मरम्मत की प्रक्रिया नहीं शुरू हुई है। सड़क के बीचों-बीच गड्ढा और चारों ओर बिखरे कंक्रीट के कारण लोगों का घरों से बाहर निकलना मुश्किल है। दोनों ही रोड वार्ड संख्या-4 में आता है। इसके अलावा वार्ड में चार और गलियों को खोदा गया है।
पार्षद ने कहा, सड़क काटने की नहीं दी गई जानकारी :
वार्ड संख्या-4 के पार्षद हरिओम कुमार से जब सड़क काटे जाने के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने बताया कि सड़क काटे जाने के बारे में स्मार्ट सिटी लि. या नगर निगम की ओर से कोई जानकारी नहीं दी गई। कई जगहों पर एजेंसी की ओर से रात में सड़क काटी गई है। जिसके कारण लोग परेशान हैं। एजेंसी के मैनेजर से जब इस बात की शिकायत की तो एबीडी एरिया बताते हुए सभी गलियों को काटे जाने के बारे में मैप दिखाया गया।
डेढ़ दशक करना पड़ा था सड़क के लिए इंतजार :
सीवरेज लाइन के लिए धड़ल्ले से काटी जा रही सड़क को लेकर स्थानीय लोग काफी नाराज है। जानकारी के अनुसार 15 साल पर दोनों सड़क का निर्माण हुआ था। लेकिन निर्माण के साल लगते ही सड़क की हालत पहले जैसी जर्जर हो गई। जूरनछपरा रोड नंबर-4 में करीब 250 घर है। वहीं रोड नंबर-5 में 50 घर है।
इसके अलावा किला बांध की गलियों में भी सड़क को काटा गया है। जहां दर्जनों परिवारों के घर के मुहाने पर ही मिट्टी ढेर पिछले कई दिनों से पड़ा है। स्थानीय अभिषेक कुमार, मोहम्मद अनवर ने बताया कि बुजुर्ग व छोटे बच्चे घर से बाहर नहीं निकल पा रहे है। घरों के सामने ही मलबा छोड़ दिया गया है। अंधेरा होते ही मोहल्ले की स्थिति और खतरनाक हो जाती है।
INPUT: HINDUSTAN