शार्प शूटर ने की थी व्यवसायी की हत्या: गोली मारने के स्टाइल से पुलिस को मिला सुराग, चाय दुकान पर जुटे थे 6 अपराधी

मुजफ्फरपुर शहर के व्यवसायी गोविंद ड्रोलिया की हत्या किसी नौसिखिए अपराधी ने नहीं बल्कि शार्प शूटर ने की थी। इस घटना में दो नहीं बल्कि आधा दर्जन अपराधियों की संलिप्तता सामने आई है। जिस तरीके से व्यवसाई को गोली मारी गयी। उसके स्टाइल से पुलिस यहां तक पहुंची है कि यह शार्प शूटरों का काम है। जिसने एक गोली में ही व्यवसायी को मौत के घाट उतार दिया। जबकि अक्सर देखा गया है कि पीठ में गोली लगने पर मौत की गुंजाइश कम रहती है।




लेकिन, इन अपराधियों ने जिस तरह से एक गोली पीठ में मारी और उनकी मौत हो गई। उससे स्पष्ट पता लगता है कि शूटर कितने शार्प थे। इसके अलावा पुलिस ने पूरे इलाके का CCTV फुटेज खंगाल डाला। इसमे अपराधियों का चेहरा तो स्पष्ट नहीं आया। लेकिन, एक बार क्लीयर हुआ कि ये लोग हत्या से पहले घटनास्थल से कुछ दूरी पर स्थित एक चाय दुकान पर जुटे थे। एक-दो नहीं बल्कि 6-7 की संख्या में अपराधी थे। ये सभी शाम से ही व्यवसाई का रेकी कर रहे थे।


दो दिनों से छुट्टी पर एक स्टाफ
गोविंद की दुकान में तीन स्टाफ काम करते हैं। एक स्टाफ दो दिनों से छुट्टी पर गया हुआ है। अन्य दो काम पर हैं। उनसे भी पुलिस ने पूछताछ की है। इसके अलावा जो स्टाफ छुट्टी पर है। उसकी भी तलाश की जा रही है। उससे भी कई बिन्दुओ पर पूछताछ की जाएगी। उसके नाम पते का सत्यापन किया जा रहा है। उसके मोबाइल का CDR और कॉल डिटेलस भी खंगालने की कवायद की जा रही है।


SIT की चार अलग-अलग टीम गठित
SSP जयंतकांत ने इस हाई प्रोफाइल मामले का उद्भेदन करने के लिए अलग-अलग SIT की चार टीम गठित की है। टाउन DSP रामनरेश पासवान इसका नेतृत्व कर रहे हैं। DIU ( डिस्ट्रिक्ट इंटेलिजेंस यूनिट) को भी शामिल किया गया है। इसके अलावा सर्विलांस सेल की टीम भी सहयोग कर रही है। घटनास्थल का टावर डंप कराया गया। इसमे से करीब तीन संदिग्ध मोबाइल नम्बर सामने आए हैं। जिसका डिटेल्स खंगाला जा रहा है।


शव यात्रा में 300 व्यवसायी हुए शामिल
इस घटना से पूरा व्यवसाई वर्ग मर्माहत है। सोमवार को पोस्टमार्टम के बाद शव परिजन को सौंप दिया गया। इसके बाद दाह-संस्कार की प्रक्रिया हुई। इसमे करीब जिले के 300 से अधिक व्यवसाई शामिल हुए। सभी की आंखे नम थी और चेहरे पर आक्रोश था। सिकंदरपुर स्थित मुक्ति धाम में अंतिम संस्कार हुआ।


जवाहरलाल रोड से भागे थे अपराधी
पुलिस जांच और CCTV फुटेज खंगालने से पता लगा कि अपराधी हत्या करने के बाद जवाहरलाल रोड की तरफ से भागे थे। फिर कल्याणी होते हुए भाग निकले। अपराधियों की उम्र 20-25 वर्ष के बीच बताई जा रही है। फुटेज में दिखा की एक नए लाल रंग की हूडि पहन रखा था। एक अपराधी के चेहरे पर दाढ़ी था। वहीं एक नए स्टाइलिश बाल कटवा रखा था। सभी के चेहरे खुले हुए थे। इससे स्पष्ट होता है कि अपराधी बाहर के थे। जिन्हें पहचाने जाने का डर नहीं था। लेकिन, पुलिस का मानना है कि इस पूरी घटना में कोई न कोई लाइनर तो जरूर है। जिसने अपराधियों की रेकी करने में मदद की है। उसकी तलाश की जा रही है।


भाई के बयान पर FIR दर्ज
सोमवार देर शाम मृतक के भाई गणेश ड्रोलिया के बयान पर अज्ञात अपराधियों के खिलाफ हत्या का FIR दर्ज किया गया। बताया कि पुरानी बाजार से दुकान बंद कर घर आये थे। तभी अपराधियों ने उन्हें गोली मार दिया। आननफानन में उन्हें हॉस्पिटल ले जाया गया। जहां उनकी मौत हो गयी। हत्या के पीछे किसी तरह के विवाद से इंकार किया है। कहा कि उनके पास एक झोला था। जिसमे टिफिन था। अपराधियों ने गोली मारने के साथ वह झोला छीन लिया था। उस झोले में और क्या था। इसकी जानकारी उन्हें नहीं है।


विवाद के एंगल पर पुलिस की जांच
SSP जयंतकांत ने कहा कि लूट के लिए हत्या नहीं हुई है। यह तो अबतक की जांच में स्पष्ट हो गया। हत्या के पीछे कोई न कोई मकसद तो जरूर है। प्रारंभिक जांच में कुछ विवाद ही सामने आ रहा है। चाहे वह व्यवसायिक प्रतिद्वंदिता हो या फिर कुछ और। SIT इसी एंगल पर जांच कर रही है। अपराधियों ने झोला छीनकर इसे लूट बताने की कोशिश की है। छानबीन में कुछ अहम सुराग मिले हैं। शीघ्र ही इस घटना का पर्दाफाश कर दिया जाएगा।

INPUT: Bhaskar

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