युद्ध के बीच यूक्रेन में फंसे हजारों भारतीय छात्र, बम धमाकों से सब में दहशत, सरकार से मदद की लगा रहे गुहार

रूस ने यूक्रेन पर आज तड़के हमला कर दिया है। इससे वहां अलग-अलग शहरों की यूनिवर्सिटीज में पढ़ रहे हजारों भारतीय छात्र जगह-जगह फंस गए हैं। इनमें डर का माहौल है। इनमें से कई छात्र अपने हॉस्टल और घरों के अंदर दुबके हुए हैं। कीव स्टेशन से 15 किलोमीटर पहले ट्रेनें रोक दी गई हैं, जिसमें कई छात्र फंसे हैं। वहीं कई जगहों पर हमले के भय से अलग-अलग फ्लैट्स में रह रहे छात्र एकजुट हो रहे हैं और वे अब एक साथ ही रहेंगे। कई भारतीय छात्र भारत लौटने के लिए कीव एयरपोर्ट पहुंच गए थे। इनमें से कुछ वहां फंस गए हैं तो कुछ तो एयरपोर्ट से वापस भेजा गया है। छात्रों का कहना है कि इंडियन एम्बेसी में फोन रिसीव नहीं हो रहे हैं, जिससे उन्हें मदद नहीं मिल पा रही है। हम आपको यूक्रेन में फंसे राजस्थान, बिहार, छत्तीसगढ़, पंजाब, हरियाणा, पंजाब, यूपी, हिमाचल के छात्रों की लाइव कहानी उन्हीं की जुबानी बता रहे हैं।




एक कमरे में छह छात्र
यूपी के लखनऊ निवासी सक्षम ने बताया कि वे इस समय एक रूम में 6 भारतीयों के साथ हैं। यूपी से शाहरूख हुसैन, फरीदाबाद से अरबाज खान, अंकित शर्मा, पंजाब से हर्षित बंसल भी उनके साथ हैं। सक्षम ने बताया कि यमुनानगर की जागृति हॉस्टल में है। सक्षम ने बताया कि सुबह उनके घर के सामने 50 कारें खड़ी थीं, परंतु अब भारतीयों की करीब 5-6 कारें ही हैं।


भारतीय स्टूडेंट्स भी जा रहे हैं। स्थानीय लोग भी शहर से बाहर जा रहे हैं। वे खुद शहर से करीब 12 किलोमीटर दूर क्षेत्र में हैं। सक्षम ने बताया कि वीएन काराजिन खारकिव नैशनल यूनिवर्सिटी में करीब 4 से 5 हजार भारतीय छात्र पढ़ते हैं। परंतु अब केवल 2 से ढाई हजार स्टूडेंट्स ही वहां पर हैं। कुछ मेट्रो स्टेशन पर फंसे हुए हैं। उनके दो किलोमीटर के दायरे में 50 इंडियन स्टूडेंट्स हैं।


यूक्रेन में इंडियन एम्बेसी फोन रिसीव नहीं कर रही
समस्तीपुर का रहने वाले सौरभ कुमार यूक्रेन के विनित्सिया नेशनल मेडिकल कॉलेज में थर्ड ईयर के स्टूडेंट हैं। उन्होंने भास्कर को बताया जिन बच्चों की आज फ्लाइट थी वो कैंसल कर दी है। कीव स्टेशन से 15 किलोमीटर पहले ट्रेन को रोक लिया गया है। कई घंटे से ट्रेन न आगे बढ़ रही है न पीछे जा रही है। ऐसे में ट्रेन में सवार यात्री तो परेशान है हीं, उसमें जो भारतीय छात्र सवार हैं, वह भी घबराए हुए हैं। जो छात्र ट्रेन में फंसे हैं, उनकी फ्लाइट आज 2.30 बजे थी। एम्बेसी का फोन लगातार बिजी जा रहा है, जैसे-तैसे लग भी रहा है तो वह फोन रिसीव नहीं कर रहे हैं, इसलिए छात्र काफी परेशान हैं।


कीव में सुबह 6 बजे तेज धमाके की आवाज से मेरी नींद खुली। तब से अभी तक बिल्डिंग में लगातार वाइब्रेशन फील हो रहा है। सुनने में आ रहा है कि एयरपोर्ट कैप्चर हो गया है। यहां का माहौल टेंस्ड हो गया है। रोड पर एम्बुलेंस और पुलिस की गाड़ियों की हलचल तेज हो गई है। हालांकि, मैं जहां ठहरी हूं, वो एरिया अभी तक सेफ है। यह बात दैनिक भास्कर से भोपाल की सृष्टि विल्सन ने कही। सृष्टि युद्ध में भिड़े युक्रेन में फंसी हुई हैं। वहां से मेडिकल की पढ़ाई कर रही हैं।


सृष्टि ने कहा, एक VIDEO सामने आया है, इसमें कुछ दिखा नहीं, लेकिन कुछ फटने की भारी आवाज है। कल माहौल नॉर्मल था। देर रात 10 से 11 के बीच सूचना आई कि इमरजेंसी लग गई है। मैं यहां से निकलना चाहती हूं। टिकट के लिए CMO और PMO से संपर्क किया है। अभी सूचना मिली है, भारत के स्टूडेंट्स के लिए एयर इंडिया की जो फ्लाइट आई थी, उसे कैंसिल करके वापस भेज दिया गया है। अब डर लग रहा है कि यहां से जा पाएंगे या नहीं। दिल में डर सा बैठ गया है…।


यूक्रेन के कई इलाकों में खतरा ज्यादा है। मम्मी-पापा को ज्यादा टेंशन है। हमें टेंशन बस इतनी है कि दुनिया में जब भी ऐसे हालात बनते हैं, सबसे ज्यादा विदेशियों को निशाना बनाया जाता है। लोगों की नजर बदल जाती है। लूटपाट की घटनाएं बढ़ जाती हैं। मैं दो हफ्ते से भारत आने के लिए प्रयास कर रही हूं।


कीव एयरपोर्ट पर फंसे हैं स्टूडेंट्स
सक्षम ने बताया कि कुछ उनके साथी कीव एयरपोर्ट पर फंस गए हैं। बमबारी के बाद बसों में उन्हें कहीं दूसरे स्थान पर लेकर जाया गया है। उन्हें कहा ले जाया जा रहा है। इस बात की कोई सूचना नहीं है। सक्षम ने बताया कि हमलों के बाद इंडिया जाने के लिए फ्लाइट की टिकट एक लाख से बढ़कर तीन लाख रुपये हो गई है।

INPUT:Bhaskar

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