पटना: शराब माफियाओं पर नकेल कसने व धर-पकड़ के लिए मद्य निषेध विभाग अब सेटेलाइट फोन का भी उपयोग करेगा. ड्रोन, हेलीकॉप्टर के बाद अब विभाग ने सात सटेलाइट फोन की भी खरीद की है.
विभाग को प्रति सेटेलाइट फोन की लागत डेढ़ लाख रुपये के करीब आयी है. इस फोन में इनकमिंग और आउट गोइंग दोनों स्थिति में प्रति कॉल 18 रुपये शुल्क लगता है. विभागीय अधिकारियों के मुताबिक जंगल, दियारा व पहाड़ी इलाकों में विभाग और पुलिस की टीम को छापेमारी और सूचनाओं के आदान-प्रदान में नेटवर्क की परेशानी होती है.
इस दूर करने के लिए सेटेलाइट फोन का प्रयोग किया जायेगा. मालूम हो कि सरकार हर हाल में राज्य में शराब के अवैध कारोबार पर कार्रवाई करने के लिए विशेष रणनीति बनाकर काम कर रही है. इसके पहले मद्य निषेध विभाग ने शराब पकड़ने के लिए ड्रोन और हेलीकॉप्टर का सहारा ले रही है. ड्रोन और हेलीकॉप्टर को किराये पर लिया गया है. जितनी बार यह उड़ान भरेगा, उसके एवज में राशि उसे दी जायेगी.
मुजफ्फरपुर का शराब माफिया नवीन सोनीपत से गिरफ्तार
शराब माफियाओं के खिलाफ बिहार पुलिस लगातार सख्त दिख रही है. बिहार पुलिस की मद्य निषेध इकाई ने दूसरे दिन भी हरियाणा के सोनीपत से शराब माफिया नवीन कुमार को गिरफ्तार किया है. शुक्रवार को भी हरियाणा के सोनीपत के रहने वाले शराब माफिया सुरेंद्र और अनिल कुमार को पुलिस गिरफ्तार कर पटना लायी थी. शनिवार को गिरफ्तार कर पटना लाया गया नवीन कुमार सोनीपत के वार्ड संख्या 28 के जवाहर नगर स्थित हाउस नंबर 42ए का रहने वाला है. मद्य निषेध इकाई और मुजफ्फरपुर पुलिस की विशेष टीम ने शुक्रवार को ही गिरफ्तार किया था, पर शनिवार को दोपहर बाद विमान से पटना लेकर आयी.
बिहार पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक मुताबिक नवीन बिहार के शराब कारोबारियों के साथ मिल कर पिछले दो साल से राज्य के कई जिलों में अवैध शराब की आपूर्ति कर रहा था. पूछताछ में उसने अपने सहयोगी युद्धवीर, हरि राय, सुधीर मंडल एवं अन्य सहयोगियों के नाम बताये हैं. वह उनके साथ मिल कर अवैध शराब का सिंडिकेट चला रहा था. नवीन पर मुजफ्फरपुर के गायघाट थाने में जुलाई, 2021 में मद्य निषेध कानून के अंतर्गत प्राथमिकी दर्ज की गयी थी. पुलिस को तभी से उसकी तलाश थी. शराब माफिया नवीन से पूछताछ में पुलिस को कई नये तथ्यों की जानकारी मिल सकती है.
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