मुजफ्फरपुर। स्कूलों में पढ़ाई के साथ बच्चों का पोषण हो इसके लिए मिड डे मील की व्यवस्था की गई। इससे बच्चों का पोषण भले ही नहीं हुआ हो, मगर स्कूल के प्रधानाध्यापक आर्थिक रूप से जरूर पोषित हुए।
बच्चों में आदर्श बनने की जगह उन्होंने उनके भोजन के लिए आई राशि का ही गबन कर लिया । जिले में ऐसे 227 प्रधानाध्यापकों की करतूत सामने आई है ।
पीएम पोषण योजना के डीपीओ की डीडीसी को भेजी गई रिपोर्ट में कहा गया है कि इन प्रधानाध्यापकों ने 50 लाख से अधिक की मिड डे मील राशि की गड़बड़ी की जांच के बाद उनसे राशि की वसूली की जा रही है। अब तक करीब 19 लाख रुपये की वसूली की गई है। मालूम हो कि जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति की बैठक में यह मामला उठा था । इसके बाद डीपीएम से इसकी रिपोर्ट मांगी गई थी । रिपोर्ट के अनुसार कुल 50 लाख 35 हजार 46 रुपये की गड़बड़ी की गई । इनमें से 111 स्कूलों के प्रधानाध्यापकों से 19 लाख 168 रुपये किए जा चुके हैं।
साहेबगंज और मुरौल के अधिक स्कूलों में अधिक गड़बड़ी
रिपोर्ट के अनुसार सबसे अधिक गड़बड़ी साहेबगंज प्रखंड के स्कूलों में पकड़ी गई। यहां के 26 स्कूलों के प्रधानाध्यापकों को दंड लगाया गया । यही नहीं जिले के सबसे छोटे प्रखंड मुरौल के 23 स्कूलों के प्रधानाध्यापकों ने गड़बड़ी की । सबसे कम गड़बड़ी गायघाट प्रखंड के स्कूलों में पकड़ी गई । यहां चार स्कूलों में ही गड़बड़ी सामने आई।
प्रखंडवार ऐसे स्कूलों की संख्या
औराई : 17, बंदरा : सात, बोचहां : 17, गायघाट : चार, कांटी : 11, कटरा : 18, कुढऩी : 10, मड़वन : सात, मीनापुर : 19, मुरौल : 23, मोतीपुर : 17, मुशहरी : 14, पारू : 17, साहेबगंज : 26 , सकरा : नौ, सरैया : 13
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