मुजफ्फरपुर। प्रवासी मजदूरों के दिल्ली, मुंबई, पंजाब व हरियाणा लौटने का सिलसिला शुरू हो चुका है। पंजाब व हरियाणा में गेहूं कटाई का समय है। ट्रेनों में आरक्षित टिकट नहीं मिल रहे हैं।
इसलिए प्रवासी बस से लौट रहे हैं। उनकी भीड़ देखकर निजी बसों के ऑपरेटर डेढ़ से दो गुना अधिक भाड़ा वसूल रहे हैं। मनमाना भाड़ा नहीं देने पर 15-20 बाद का टिकट एडवांस में कटाने के लिए कह रहे हैं। तभी टिकट 15 से 17 सौ रुपये में मिलता है।
अभी बस ऑपरेटर 25 सौ से तीन हजार रुपये भाड़ा वसूल रहे हैं। 50 सीटों की क्षमता वाली बस में 90-100 यात्रियों को ठूंसकर ले जा रहे हैं। सुरक्षा मानक का भी पालन नहीं हो रहा है। परिवहन विभाग भी इस लापरवाही पर संज्ञान नहीं ले रहा है। इस बारे में जिला परिवहन पदाधिकारी सुशील कुमार का कहना है कि यात्रियों की ओर से शिकायत नहीं मिली है। हालांकि, बसों में क्षमता से अधिक यात्रियों को ले जाने पर औचक जांच करेंगे। मानकों के उल्लंघन पर जुर्माना व कार्रवाई करेंगे।
बैरिया बस स्टैंड पहुंचे औराई निवासी रमेश मांझी ने बताया कि गेहूं कटनी के लिए पंजाब जाना है। 25 सौ रुपये में टिकट मिला है। बोचहां के मो. सद्दाम ने बताया कि दिल्ली में दुकान लगाता है। होली में घर आया था। बस से लौट रहा है। उसके साथ पत्नी है। दो टिकट चार हजार रुपये में खरीदना पड़ा। काफी कोशिश के बाद कौशांबी तक का ही टिकट मिला। उसे मुंद्रिका जाना है। कौशांबी से मेट्रो से सफर तय करेगा। वहीं, धनौर के महेश सिंह ने बताया कि राजस्थान में प्राइवेट जॉब में है। होली में घर आया था। अब लौट रहा है। 35 सौ में बस का टिकट मिला है। दो दिन चक्कर लगाने के बाद एक बिचौलिये की मदद से टिकट मिला। सामान्य दिनों में टिकट 24 से 25 सौ रुपये में मिलता है।
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