फर्जी ADM की निराली कहानियां: पैरवी के नाम पर पुलिसकर्मियों से भी ऐंठ चुका था लाखों रुपये, ऐप की मदद से झाड़ता था रौब

मुजफ्फरपुर। भगवानपुर स्थित शांति विहार कॉलोनी से गिरफ्तार फर्जी एडीएम पटना निवासी आकाश कुमार के खिलाफ पत्नी प्रभा कुमारी ने सोमवार को सदर थाने में एफआईआर दर्ज कराई है।

घर में चोरी, ठगी, पैसा व जमीन हड़पने और प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। खुद को कटिहार व मुजफ्फरपुर का एडीएम बताकर ससुरालवालों पर धौंस दिखाकर मारपीट करने का भी आरोप लगाया है।

सदर पुलिस आकाश के खिलाफ दूसरी एफआईआर भी दर्ज करने की तैयारी में है। इसमें नकली पिस्टल, पुलिस सायरन, वायरलेस सेट, नकली सरकारी आईकार्ड, चाकू आदि बरामद होने पर पुलिस अपने बयान पर एफआईआर करेगी। फिलहाल, आरोपित से पूछताछ की जा रही है। वहीं, सोमवार की सुबह से ही सदर थाने पर लोगों का तांता लगा रहा। पुलिस को उनलोगों ने बताया कि आकाश ने विभागीय पैरवी, जमीन विवाद के निपटारे व नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों रुपये ऐंठ लिए हैं। इसमें पुलिसकर्मी भी हैं, जो दूसरे जिले में पोस्टेड हैं।

थानेदार सतेंद्र कुमार मिश्रा ने बताया कि आकाश के खिलाफ उसकी पत्नी प्रभा कुमारी के आवेदन पर एफआईआर दर्ज की गई है। दूसरी एफआईआर पुलिस के बयान पर दर्ज की जा रही है। पूछताछ पूरी होने पर कोर्ट में पेश किया जाएगा। आरोपित ने शहर के आधा दर्जन लोगों से पैरवी के नाम पर लाखों रुपये ऐंठ लिए हैं। इसकी भी छानबीन की जा रही है।

थाने पर टेस्ट में आरोपित फेल
पूछताछ में आकाश ने पुलिस को बताया कि उसने देहरादून से पढ़ाई की है। बीपीएससी की भी परीक्षा दी हुई है। इंटरव्यू में छंट गया, लेकिन जब पुलिस पदाधिकारी ने बीपीएससी परीक्षा का बैच नंबर जानना चाहा तो वह कुछ भी नहीं बता सका। उससे कई सवाल किए गए, लेकिन उसका भी जवाब नहीं दे सका। बताया गया कि पुलिस ने उससे प्रतियोगिता संबंधित 15 प्रश्न पूछे। सिर्फ दो प्रश्नों का ही जवाब दिया। बाकी 13 सवाल का जवाब देने में असफल रहा।

पत्नी के मायके की जमीन पर थी नजर
प्रभा के आवेदन के मुताबिक, आकाश की नजर पत्नी के मायके की जमीन पर थी। उसने पटना में पत्नी के नाम से 40 लाख की जमीन पहले ही गुमराह कर अपने नाम करा चुका था। वह अपने भाई की नौकरी के लिए रिश्वत देने के लिए रुपये की डिमांड भी कर रहा था। पत्नी पर मायके की जमीन बेचने का दबाव बना रहा था। इनकार करने पर प्रभा के साथ मारपीट भी की थी। बताया जाता है कि प्रभा के पिता एक सरकारी कर्मचारी थे।

सदर थाने के पदाधिकारी पर जमा चुका था धौंस
सूत्रों की मानें तो सदर थाने के पुलिस पदाधिकारी भी आकाश की धौंस में आ चुके हैं। कुछ दिन पहले भगवानपुर में एक अधिकारी की गाड़ी ने उसकी गाड़ी में धक्का मार दिया था। इसके बाद उसने थाने पहुंचकर पुलिस पदाधिकारी को नाप देने तक की धौंस दिखाया था। जब वह गिरफ्तार होकर थाना लाया गया तो उक्त पदाधिकारी भी चौंक गए। छापेमारी में मुजफ्फरपुर एडीएम की नेम प्लेट लगी डीएल नंबर कार भी पुलिस ने जब्त की थी।

होली से पहले पुलिसकर्मी से हुई थी नोकझोंक
शांति विहार कॉलोनी के लोगों ने बताया कि होली के पहले गाड़ी पार्किंग को लेकर एक पुलिस पदाधिकारी से आकाश की जमकर नोकझोंक हुई थी। दोनों ने एक-दूसरे को देख लेने तक की धमकी दी थी। उस वक्त भी आकाश ने पुलिस पदाधिकारी पर पिस्टल तानी थी। तत्काल अपने मोबाइल से कॉलकर एसएसपी को इसकी सूचना दी थी, लेकिन इसके बाद एसएसपी की ओर से कोई कार्रवाई या निर्देश पदाधिकारी को नहीं मिला तो उसे शक हुआ। इस बीच आकाश के साला प्रकाश ने उसकी शिकायत थाने में की और फर्जी एडीएम होने का दावा किया। फिर पुलिस हरकत में आयी और उसे दबोच लिया।

एप की मदद से कॉलकर जमाता था पुलिस पदाधिकारियों व स्थानीय लोगों पर धौंस
सदर थानेदार सत्येंद्र कुमार मिश्रा ने बताया कि आकाश बहुत शातिर है। वह एक एप से कॉलकर एडीएम होने का धौंस दिखाता था। एप में प्रशासनिक अधिकारी से लेकर पुलिस अधिकारी तक के नंबरों को सेव कर रखा था। एप के माध्यम से कॉल करने पर उन नंबर पर रिंग होता है। कॉल भी रिसिव होता है, लेकिन उधर से आवाज नहीं आती है। आकाश इस एप के मदद से अधिकारियों को कॉल लगाकर धौंस दिखाता था। थाने पर पूछताछ के दौरान इसका ट्रायल भी किया गया। उसपर मिस्ड कॉल करने पर उधर से भी कॉल आती है।

INPUT: Hindustan

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