नगर निगम प्रशासन अंतत: शहर की हवा खतरनाक हद तक प्रदूषित हाे रही है। शनिवार काे सुबह 11 से दोपहर 12 बजे के बीच प्रदूषण स्तर बढ़ने से हवा की गुणवत्ता यानी एक्यूआई 305 तक पहुंच गया। धूलकण की मात्रा 200 प्वाॅइंट से अधिक रही। यह स्थिति तब है जब दुर्गापूजा की घुट्टी के कारण शहर में अन्य दिनाें की तुलना में ट्रैफिक लाेड कम रहा। यदि बारिश नहीं हुई, ताे साेमवार से दफ्तर खुलने और बाजार की भीड़-भार के कारण प्रदूषण स्तर और बढ़ेगा। हवा में धूल-कण की मात्रा भी बढ़ जाएगी।
इधर, नगर आयुक्त विवेक रंजन मैत्रेय ने प्रदूषण स्तर कम करने के लिए शहर की सड़काें पर पानी छिड़कने का आदेश दिया है। सिटी मैनेजर ओमप्रकाश काे शिड्यूल तय कर चार ट्रैक्टर-टैंकर से सड़काें पर पानी छिड़काव का जिम्मा दिया है। शहर में राेड-नाला व अन्य निर्माण कार्य करा रहे ठेकेदारों काे नोटिस भेज निगम निर्माण स्थल पर पानी छिड़काव की व्यवस्था रखें। ताकि निर्माण मलबा के कारण धूलकण नहीं उड़े। उल्लेखनीय है की 12 अक्टूबर काे भी शहर में प्रदूषण स्तर 250 से अधिक तक पहुंच गया था। पूजा और त्योहार के मौसम में लगातार एक्यूआई लेवल गिरने पर निगम प्रशासन सजग हुआ है।
-दिन में 11 से 12 बजे के बीच एक्यूआई लेवल हुआ 305, 24 घंटे का औसत 147
-शहर में काम करा रहे ठेकेदारों के लिए कार्यस्थल पर पानी छिड़काव अनिवार्य किया
प्रमुख मार्गों पर हाे रहे निर्माण के दौरान भी नहीं हाे रहा है पानी का छिड़काव
शहर के अधिकतर प्रमुख मार्गों पर इन दिनों निर्माण कार्य चल रहे हैं। जवाहरलाल राेड में नाला निर्माण के लिए कई जगहों पर सड़क पर रखा मलबा ताे हटाया गया, लेकिन मिट्टी का अंश वहीं पर छाेड़ दिया गया। अब मिट्टी सूख कर धूल कण के रूप में हवा में घुल रही है। यही हाल मिठनपुरा, गोशाला राेड और बीबीगंज में है।
सड़कों पर बने गड्ढे में डाले मलबे से उड़ रही धूल भी हुई खतरनाक
वाहन चलाते हुए या फिर पैदल भी नारायणपुर राेड में यदि काेई ट्रक आगे निकल रहा हाे, ताे धूल के कारण उस रास्ते से अन्य वाहन या पांव-पैदल गुजर रहे लोगों की सांस अटकने लगती है। बरसात में यह सड़क जर्जर हाे गई थी। पथ निर्माण विभाग ने इसे चलने लायक बनाने के लिए सूर्खी मिले राेड़े से पटाया। अब तेज धूप में सूर्खी सूख कर धूल बन रही है।
यह धूल ट्रक गुजरने पर आंधी की तरह उड़ती है। यही हाल शहर में टूट चुकी अधिकतर सड़काें पर है। सभी जगहों पर गाड़ियां चलने के कारण धूल हवा में प्रदूषण स्तर काे खतरनाक बना रही है।
INPUT: Bhaskar