पताही एयरपोर्ट से जिले के लोग भले ही उड़ान न भर पाए हों, पर अब वे अपने शहर में प्लेन में बैठकर भोजन का लुत्फ जरूर उठा पाएंगे। इस प्लेन में वेटर एयरहोस्टेस के वेश में होंगी। वही ऑर्डर लेंगी और भोजन भी परोसेंगी। दरभंगा फोरलेन से सटे शहबाजपुर के मिठनपुरा चौक के बसंत पैलेस के पीछे तमिलनाडु के कोयंबटूर से प्लेन आ चुका है। लगभग 15 कट्ठे के प्लॉट में इसे असेंबल करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। 3 माह के भीतर जिलेवासी प्लेन में बैठकर भाेजन करने का लुत्फ उठा सकेंगे।
इसके प्रमाेटर औराई के शाही मीनापुर निवासी साकेत शाही ने कहा कि जिले का पताही एयरपोर्ट शुरू नहीं हो सका। जबकि, दरभंगा से हवाई जहाज उड़ान भरने लगे। इससे जिलेवासियाें में मायूसी थी। इसी को देखकर उन्होंने सोचा कि कुछ ऐसा किया जाए जिससे लाेग प्लेन में बैठने का लुत्फ उठा सकें। पहले असेंबलिंग, फिर लैंड स्केपिंग से लेकर इंटीरियर, एक्सटीरियर आदि काम हाेंगे।
60 सीटाें वाले इस प्लेन में 30 लोग एक साथ बैठ कर खा पाएंगे खाना
यह प्लेन 60 सीटर है। इसमें रेस्टाेरेंट की सारी व्यवस्था किए जाने के बाद भी 30 लोग एक साथ खाना खा पाएंगे। प्लेन के नीचे, बगल में एक लांज बनाया गया है। वहां भी भाेजन करने की सुविधा रहेगी। प्लेन के आसपास छोटा सा पार्क रहेगा। बच्चों के खेलने की पूरी व्यवस्था हाेगी।
कीमत 45 लाख से अधिक 7 लाख ट्रांसपोर्टेशन पर खर्च
इस प्लेन के पार्ट-पुर्जाें को दो गाड़ियों में भर कर लाया गया है। 8 लाख ट्रांसपोर्टेशन पर खर्च हुए हैं। प्लेन की कीमत 45 लाख से अधिक आंकी गई है। एक गाड़ी पर इसकी बॉडी थी तो दूसरी पर पंख और तमाम चीजें।