शहर से खटालों को बाहर करने की कार्रवाई नगर निगम ने शुरू कर दी है। गन्नीपुर, कलमबाग, मोतीझील, मिठनपुरा के 10 खटाल मालिकों को नोटिस जारी कर आदेश दिया गया है कि खटाल बंद कर लें या इसे नगर निगम क्षेत्र से बाहर ले जाएं अन्यथा नगर पालिका अधिनियम के तहत कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
नगर निगम की नोटिस से खटाल मालिकों में रोष पनप रहा है। अब खटाल मालिक स्थानीय वार्ड पार्षदों के घर पर पहुंच रहे हैं।
नगर आयुक्त विवेक रंजन मैत्रेय ने बताया कि सशक्त स्थायी समिति ने आवारा पशुओं पर कार्रवाई के मामले में निर्णय लिया था कि शहर से सभी खटालों को बाहर कर दिया जाए। इसी आलोक में खटाल मालिकों को नोटिस की गई है। नोटिस की अवहेलना करने पर कानूनी कार्रवाई भी की जायेगी।
इधर, वार्ड 29 की पार्षद रंजू सिन्हा ने बताया कि मेरे इलाके के चार खटाल मालिकों ने घर पर पहुंचकर शिकायत की है। बताया है कि लगातार खटाल मालिकों के ऊपर दबाव बनाया जा रहा है। यदि शहर में खटाल नहीं रहा तो दूध की किल्लत हो जाएगी। खासकर बच्चों के लिए दूध मिलना कठिन होगा। शहर से बाहर डेयरी रहने पर दूध लाने का खर्च बढ़ जायेगा। ऐसी स्थिति में पांच रुपये तक दूध मंहगा हो सकता है। यह नोटिस शहरवासियों के हित में नहीं है। मोतीझील पांडेय गली, दीवान रोड, मिठनपुरा में भी खटाल मालिकों को बंद करने की नोटिस भेजी गई है।