इस बार श्रावणी मेले में बाबा गरीबनाथ धाम आनेवाले श्रद्धालुओं की सेवा-सुरक्षा के लिए सेवा दलों के 15 सौ कार्यकर्ता तैनात रहेंगे। चूंकि, इस बार दो साल के बाद श्रावणी मेला लगने जा रहा है, इसलिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ सकती है।
एहतियातन जिला प्रशासन व मंदिर के सेवा दलों को पहले से ही काफी सतर्क रहना होगा।
यह निर्णय शुक्रवार को गरीबनाथ मंदिर के सभागार में हुई मंदिर कमेटी के सदस्यों की बैठक में लिया गया। अध्यक्षता प्रमंडलीय आयुक्त सह मंदिर कमेटी के अध्यक्ष मिहिर कुमार सिंह ने की। अध्यक्ष ने कहा कि सभी सेवा दल जिला प्रशासन की टीम के साथ मिलकर श्रद्धालुओं की सुरक्षा में तैनात रहेंगे। उन्होंने मंदिर के बाहर एलईडी टीवी लगाने का निर्देश दिया है ताकि बाहर से श्रद्धालु जलाभिषेक के लाइव दर्शन कर सके। सुरक्षा के मद्देनजर मंदिर व इसके आसपास सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। जलाभिषेक के लिए बैरिकेडिंग कराई जाएगी। अध्यक्ष ने मंदिर में दस केबी का सोलर सिस्टम लगाने के लिए कहा है ताकि बिजली नहीं रहने पर भी मंदिर में रोशनी की व्यवस्था पूरी हो सके।
मंदिर कमेटी की बैठक में मुख्य रुप से उपाध्यक्ष इन्दु सिन्हा, एसडीओ पश्चिमी बृजेश कुमार, सचिव एनके सिंह, कोषध्यक्ष पुरेंद्र प्रसाद, डॉ. संजय पंकज, सुरेश चाचान, गोपाल फलक, डॉ. सुरेंद्र कुमार, अखिलेश्वर शुक्ल व मंदिर के प्रधान पुजारी पंडित विनय पाठक मौजूद रहे।
पहली सोमवारी 18 जुलाई को
14 जुलाई से शुरू हो रहे सावन मास की पहली सोमवारी 18 जुलाई को पड़ेगी। श्रावणी मेले का उद्घाटन 17 जुलाई को होगा। इस बार सावन माह में चार सोमवारी पड़ रही है। पहली 18 जुलाई, दूसरी 25 जुलाई, तीसरी एक अगस्त और चौथी व अंतिम सोमवारी आठ अगस्त को पड़ेगी। 12 अगस्त को सावन पूर्णिमा पड़ रही है। कोरोना के कारण शहर में 2019 के बाद श्रावणी मेला लगने जा रहा है।
मंदिर के आसपास खुलेगा ग्राहक सेवा केंद्र
बैठक के बाद अध्यक्ष ने मंदिर कमेटी की अंदरूनी समस्याओं व व्यवस्थाओं पर भी चर्चा की। पूर्व में प्रस्ताव बना था कि मंदिर परिसर में किसी राष्ट्रीयकृत बैंक का ग्राहक सेवा केंद्र खोला जाए। इसके लिए पूरी तैयारी कर ली गई थी और मंदिर परिसर में एक कमरे का निर्माण भी शुरू हो गया था, लेकिन अपरिहार्य कारणों से तत्काल रोकने के लिए कहा गया। तोड़े गए निमार्णाधीन कमरे का मलबा हटाने के लिए कहा गया ताकि मलबे से सावन में आने वाले श्रद्धालुओं को परेशानी नहीं हो। हालांकि, अध्यक्ष ने ग्राहक सेवा केंद्र खोलने से मना नहीं किया है। उन्होने मंदिर के बाहर आसपास में ही केंद्र खोलने के लिए कहा है। इसके लिए अध्यक्ष ने राष्ट्रीयकृत बैंको से अपील की है कि वे अपना ग्राहक सेवा केंद्र यहां पर खोल सकते हैं।