हाय रे स्वास्थ्य व्यवस्था ! मुजफ्फरपुर सदर अस्पताल में त’ड़प-त’ड़प कर म’र गया मरीज, इमरजेंसी ड्यूटी से गायब थे डॉक्टर

मुजफ्फरपुर स्थित सदर अस्पताल के सिस्टम पर एक बार फिर सवाल खड़ा हो गया। देर रात सिकंदरपुर धोबी घाट के अरविंद रजक (40) को सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया। लेकिन, इमरजेंसी ड्यूटी में कोई डॉक्टर नहीं मिला।

जिससे तड़प-तड़प कर आधे घंटे में उसने दम तोड़ दिया। इससे आक्रोशित होकर मृतक के परिजन ने जमकर हल्ला हंगामा किया। सूचना मिलने पर टाउन थाना की पुलिस मौके पर पहुंची। किसी तरह समझाकर सभी को शांत कराकर वहां से भेजा गया।

मृतक के परिजन बबलू रजक ने बताया कि देर रात खाना खाने के बाद अरविंद को उल्टियां होने लगी। आनन-फानन में उसे लेकर सदर अस्पताल पहुंचे। इस दौरान उसकी हालत बिगड़ने लगी। उल्टी के साथ खून भी आने लगा।

सदर हॉस्पिटल के इमरजेंसी में पहुंचे। वहां सिर्फ एक पुर्जा काटने वाला कर्मी मिला। पुर्जा कटाने के बाद इमरजेंसी में डॉक्टर का इंतजार करने लगे। लेकिन, वहां कोई नहीं मिला। इस दौरान अरविंद की मौत हो गयी।

भाग निकला पुर्जा काटने वाला कर्मी

आक्रोशित होकर लोग जब हंगामा करने लगे तो पुर्जा काटने वाला कर्मी भी वहां से भाग निकला। शव को मेन गेट के बाहर रोड पर रखकर परिजन ने हंगामा करना शुरू कर दिया। अरविंद की मौत के लिए अस्पताल प्रबंधन को जिम्मेदार ठहरा रहे थे।

परिजन का कहना है कि अगर सही समय पर उसका इलाज शुरू हो जाता तो उसकी जान बच सकती थी। लेकिन, डॉक्टर के नदारद रहने के कारण व्यवस्था पर सवाल उठने लगा है।

दो घंटे समझाने के बाद हुए शांत

टाउन थाना की पुलिस ने दो घन्टे तक समझाया और उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया। तब जाकर मृतक के परिजन का आक्रोश शांत हुआ। वे लोग जिम्मेदार डॉक्टरों पर कार्रवाई की मांग कर रहे थे।

इधर, मामला संज्ञान में आने के बाद सिविल सर्जन ने उपाधीक्षक से मामले की जांच कर रिपोर्ट मांगी है। उस समय इमरजेंसी में किस डॉक्टर की तैनाती थी। ये भी पता करने का निर्देश दिया गया है। प्रभारी थानेदार ओम प्रकाश ने बताया कि परिजन जो बयान देंगे। उस आधार पर FIR दर्ज किया जाएगा।

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