मुजफ्फरपुर में अग्निपथ योजना को लेकर हुए बवाल की जांच में पुलिस को एक अहम जानकारी मिली है. इस मामले में पकड़े गए उपद्रवियों से पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है.
इसमें खुलासा हुआ कि उपद्रव की योजना स्टडी सेंटर में बनी थी. इसको लेकर पुलिस लगातार छापेमारी कर रही थी. पुलिस पूछताछ में खुलासा हुआ कि अग्निपथ योजना पर हुए बवाल में कोचिंग सेंटर का हाथ है. उसके बाद पुलिस पुख्ता जानकारी में जुट गई और जब पकड़े गए उपद्रवियों से पूछताछ हुआ तो इस बात का खुलासा हुआ.
एसएसपी जयंतकांत ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि अग्निपथ योजना को लेकर किये गए बवाल में पकड़े गए लोगों से पूछताछ में यह बात सामने आई है कि छात्रों को कोचिंग संस्थान वालों ने उकसाया था. कोचिंग के स्टडी क्लास से इसकी साजिश रची गयी थी. कोचिंग संस्थान वाले छात्रों को भड़काने का काम कर रहे थे. इस मामले अब तक 12 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है और लोगों के गिरफ्तारी के लिए पुलिस की छापेमारी जारी है.
ट्रेनें रहीं रद्द
अग्निपथ स्कीम को लेकर चल रहे बबाल के कारण रद्द हुई ट्रेन को लेकर मुजफ्फरपुर स्टेशन पर दिनभर सन्नाटा पसरा रहा है. इक्का दुक्का ही यात्री दिखाई पड़े. सिर्फ पुलिस फोर्स के आलावा स्टेशन से जुड़े कर्मचारी ही दिखे. अग्निपथ योजना को लेकर चल रहे बवाल के कारण रेलवे की ओर से दिन में ट्रेन नहीं चलाने के कारण मुजफ्फरपुर से खुलने वाली सभी ट्रेनों रद्द रही. जिसमे मुजफ्फरपुर से खुलने वाली मोतिहारी, सीतामढ़ी, समस्तीपुर और हाजीपुर रूट की सभी गाड़िया आज दिनभर नही चली. हलाकि जो लम्बी रूट की गाड़ी है वह मुजफ्फरपुर पहुच रही हैं.
कोचिंग सेंटर की भूमिका की जांच
पटना के डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने कहा है कि अग्निपथ भर्ती योजना के विरोध में हिंसक प्रदर्शन करने वालों से कानून के अनुसार सख्ती से निपटा जाएगा. वीडियो फुटेज के आधार पर उपद्रवियों को चिह्नित किया गया है. अशांति उत्पन्न करने वालों की पहचान की जा रही है. आठ प्राथमिकी दर्ज की गई है. उन्होंने बताया है कि गिरफ्तार किए गए लोगों के मोबाइल पर कुछ कोचिंग सेंटरों के वीडियो फुटेज और व्हाट्सएप मैसेज मिले हैं. हम उस आधार पर कोचिंग सेंटरों की भूमिका की भी जांच कर रहे हैं. जिन कोचिंग संस्थानों की संलिप्तता होगी, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.